EDII का 21वां दीक्षांत समारोह आयोजित

लखनऊ:
देश में उद्यमिता शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) ने शुक्रवार को अहमदाबाद स्थित अपने विशाल परिसर में अपने 21वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन किया। इस अवसर पर कुल 147 छात्रों को डिप्लोमा और फेलो से सम्मानित किया गया जिसमें 139 छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और 8 छात्रों को प्रबंधन में फेलो दिया गया।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं और उन्होंने दीक्षांत भाषण दिया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह के दौरान अपने उत्साहजनक भाषण में कहा, मुझे खुशी है कि हमने, एक समाज के रूप में, उद्यमिता को अन्य करियर विकल्पों के समान स्थान दिलाने की दिशा में केंद्रित प्रयासों को निर्देशित करना शुरू कर दिया है। उद्यमिता को स्वाभाविक करियर विकल्प के रूप में बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है और यह शिक्षा उस अध्ययन की हिस्सा बननी चाहिए जहां छात्र जीवन में बहुत पहले ही जीत के गुणों व मूल्यों को आत्मसात कर लें ताकि वे उद्यमिता को एक स्वाभाविक करियर विकल्प के रूप में मानने की ओर उन्मुख हों।” यह बताते हुए कि आज का वातावरण उद्यमिता के लिए किस तरह से उपयुक्त है, राज्यपाल ने कहा, “देश अपने विकास में उद्यमी के महत्व को समझता है और उसका समर्थन करता है।

राज्यपाल ने आगे कहा, ईडीआईआई का पाठ्यक्रम और शिक्षापद्धति आधुनिक है, और इसे इस तथ्य से अच्छी तरह समझा जा सकता है कि इसके 78 प्रतिशत पूर्व छात्र व्यवसाय में हैं और उन्होंने नाम कमाया है। ईडीआईआई के कई प्रशिक्षित उद्यमियों को प्रतिष्ठित मंचों पर सम्मानित किया गया है।”

अपने स्वागत भाषण में, ईडीआईआई के अध्यक्ष और आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राकेश शर्मा ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के प्रयासों पर जोर दिया और कहा कि ईडीआईआई नए-नए मॉडल के जरिए सभी क्षेत्रों और खंडों में उद्यमिता और स्टार्ट-अप को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही, यह नए युग के संभावित उद्यमियों, मौजूदा उद्यमियों, इनक्यूबेशन सेंटर, उद्यम पूंजीपतियों और नीति निर्माताओं जैसे हितधारकों के बीच रचनात्मक रूप से मध्यस्थता के जरिए भी उन्हें प्रोत्साहन दे रहा है।

उन्होंने आगे कहा, ईडीआईआई के प्रयासों के परिणाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिख रहे हैं। यह संस्थान कई महत्वपूर्ण केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों एवं विभागों के साथ मिलकर काम कर रहा है। देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसकी मजबूत उपस्थिति है। उज्बेकिस्तान और रवांडा में हाल ही में स्थापित उद्यमिता विकास केंद्र के साथ ही विकासशील देशों में स्थापित ऐसे केंद्रों की संख्या 6 हो गई है। भूटान और चार अन्य अफ्रीकी देशों में ऐसे केंद्र स्थापित करने का काम प्रगति पर है।” श्री शर्मा ने संस्थान के छात्रों और पूर्व छात्रों की उपलब्धियों की भी सराहना की और कहा कि ईडीआईआई के छात्रों ने कपड़ा, सिरेमिक, आईटीईएस, खाद्य प्रसंस्करण, रसद, रसायन, आतिथ्य और कई अन्य विविध उभरते क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है।