मुंबई: महाराष्ट्र में तीन महीने बाद फिर कोविड-19 के 6,000 नए मामले आए जिससे महामारी की स्थिति बिगड़ने का संकेत मिलता है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में संक्रमण के 6112 नए मामलों में अधिकतर अकोला, पुणे और मुंबई खंड से आए हैं। इससे पहले राज्य में 30 अक्टूबर को एक दिन में 6,000 से ज्यादा मामले आए थे और उसके बाद मामलों की संख्या घटने लगी थी।

संक्रमितों की संख्या 20,87,632 हुई
संक्रमण के नए मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 20,87,632 हो गयी जबकि 44 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या 51,713 हो गयी। इन 44 मौतों में 19 लोगों की मौत पिछले 48 घंटे में हुई, 10 की मौत पिछले सप्ताह हुई जबकि 15 की मौत उससे पहले हुई थी। मुंबई शहर और आसपास के इलाकों से संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आ रहे थे। लेकिन, 12 फरवरी के बाद से अकोला, अमरावती में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि हुई है। अकोला खंड में 12 फरवरी को संक्रमितों की संख्या 76,207 थी जो शुक्रवार को बढ़कर 82,904 हो गयी। अकोला खंड में अकोला, अमरावती और यवतमाल जिले शामिल हैं।

चीन ने जारी किया गलवान के संघर्ष का वीडियो

नई दिल्ली: चीन के सरकारी मीडिया ने पिछले साल गलवान में हुए संघर्ष का वीडियो जारी किया है, इस वीडियो में भारी संख्‍या में भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में एक-दूसरे से भिडते हुए देखा जा सकता है.

चीन ने मानी थी अपने सैनिकों के मरने की बात
गौरतलब है पिछले साल जून माह में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए थे. इस संघर्ष में भारत के 20 सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी. झड़प में चीन को भी नुकसान उठाना पड़ा था. चीन में पहली बार आधिकारिक तौर पर स्‍वीकार किया है कि संघर्ष में उसके चार अधिकारियों और सैनिकों की जान गंवाई थी.चीन की सेना के आधिकारिक अखबार ‘पीएलए डेली’ की शुक्रवार की खबर के मुताबिक सेंट्रल मिलिट्री कमिशन ऑफ चाइना (सीएमसी) ने उन सैन्य अधिकारियों और जवानों को याद किया जो काराकोरम पहाड़ियों पर तैनात थे और जून 2020 में गलवान घाटी में भारत के साथ सीमा पर संघर्ष में मारे गए थे.

20 भारतीय जवान भी हुए थे शहीद
‘ग्लोबल टाइम्स’ ने ‘पीएलए डेली’ की खबर के हवाले से बताया कि गलवान में झड़प के दौरान मरने वालों में पीएलए की शिनजियांग सेना कमान के रेजिमेंटल कमांडर क्वी फबाओ भी शामिल थे. गलवान घाटी में झड़प के दौरान भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे.पीएलए ने यह स्वीकारोक्ति ऐसे समय की है जब पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण तट से दोनों देश अपने जवानों को हटा रहे हैं.