अदनान
दुनिया के सबसे बड़े खेल उत्सव का आज जापान के शहर टोक्यो में आगाज़ हुआ, नेशनल स्‍टेडियम में टोक्‍यो ओलंपिक्‍स की रंगारंग ओपनिंग सेरेमनी पूरी हुई। पहली बार ओलंपिक्‍स ऑड नंबर में आयोजित हो रहा है। जापान में दर्शकों को स्‍टेडियम में प्रवेश की अनुमति नहीं है। ऐसे में यह पहला ओलंपिक बन गया है, जहां बिना दर्शकों के खेल स्‍पर्धाओं का आयोजन होगा।

बता दें कि भारत के 20 एथलीट्स ओपनिंग सेरेमनी में देश का प्रतिनिधित्‍व करने के लिए शामिल हुए। दिग्‍गज महिला बॉक्‍सर एमसी मैरीकॉम और भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्‍तान मनप्रीत सिंह जापान नेशनल स्‍टेडियम पर भारत के ध्‍वजवाह की भूमिका निभाई। भारत के टेबल टेनिस खिलाड़‍ियों मनिका बत्रा और अचंता शरत कमल ने ओपनिंग सेरेमनी में शामिल होने से इंकार कर दिया क्‍योंकि अगले दिन उनका उद्घाटन मुकाबला है।

पिछले एक साल से भी अधिक समय से दुनिया को अपनी गिरफ्त में लेने वाली कोविड-19 महामारी के भय के बीच 32वें ओलंपिक खेलों की एक साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद शुक्रवार को यहां जापानी संस्कृति और परंपराओं की झलक दिखाने वाले रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ शुरुआत हो गयी। जापान के सम्राट नारूहितो खेलों का उद्घाटन करने के लिये वहां उपस्थित थे। एक महीने पहले ही उन्होंने ओलंपिक के दौरान कोरोना वायरस फैलने को लेकर चिंता जतायी थी।

दर्शकों के बिना आयोजित किये जा रहे ओलंपिक खेलों के उदघाटन समारोह में भी भावनाओं का ज्वार उमड़ता दिखा और ऐसे में ‘भावनाओं से एकजुट’ की इसकी विषय वस्तु भी कार्यक्रम के अनुकूल रही। टोक्यो में जब रात घिर आयी थी तब यहां का ओलंपिक स्टेडियम दमक रहा था जिससे उठी नयी उम्मीद की धमक पूरे विश्व में सुनायी दे रही थी। महामारी के कारण सभी देशों के कम खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया। कुछ खिलाड़ियों के अगले दिन प्रतियोगिताएं होने और बीमारी के संक्रमण से बचने के लिये समारोह में भाग नहीं लिया।

उदघाटन समारोह के दौरान उन लोगों और पूर्व ओलंपियनों को भी याद किया गया जिनका कोविड-19 महामारी के कारण जान गंवायी। इस दौरान म्यूनिख 1972 ओलंपिक में आतंकवादी हमले में मारे गये इजरायली खिलाड़ियों, 2011 के भूकंप और सुनामी में मारे गये लोगों का भी उल्लेख किया गया। इन सभी की याद में एक मिनट का मौन रखा गया। जापान की प्रसिद्ध गायिका मिसिया ने राष्ट्रगान गाया।