टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी को ‘दुर्दांत माफियाओं की सरपरस्त’ करार दिया.

मुख्यमंत्री ने यहां व्यापारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापार के लिए सुरक्षा और बेहतर माहौल बहुत आवश्यक है. उनकी सरकार ने अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाते हुए काम किया है जिसकी वजह से व्यापारियों में विश्वास पैदा हुआ है.

योगी ने लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय के पास बनी बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाए जाने का जिक्र करते हुए कहा ‘माफियाओं के खिलाफ ऐसी कार्रवाई से सबसे ज्यादा तकलीफ समाजवादी पार्टी को होती है क्योंकि वह इन सभी दुर्दांत माफियाओं की सरपरस्त है.’

उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा ‘इसलिए वह अक्सर कहते हैं कि यह तो बुलडोजर की सरकार है, क्योंकि हम माफियाओं पर बुलडोजर चला रहे हैं. हम जनता के भले के लिए बुलडोजर का उपयोग करते हैं. हमारी सरकार ने अपने पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान इस अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है.’

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में दंगे की लगभग 300 घटनाएं हुई जिसकी सीधी चोट व्यापारियों पर हुई. उन्होंने कहा, ‘‘दंगे होते थे. व्यापारियों के प्रतिष्ठान जलाए जाते थे, लूटे जाते थे और अगर व्यापारी न्याय की गुहार करते थे तो उन पर झूठे मुकदमे भी दर्ज होते थे. यह वास्तविक चेहरा था समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस का.’’

योगी ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर व्यापारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से परंपरागत उद्योग बंद होते चले गए. चाहे वह लखनऊ का चिकनकारी हो, मुरादाबाद का पीतल उद्योग हो या फिर फिरोजाबाद का कांच का कारोबार. उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत प्रदेश के साथ लाख उद्यमियों को पूरा लाभान्वित कर इन परंपरागत उत्पादों को फिर से जगह दिलाई और अब इनका 1,31,000 करोड़ रुपये का निर्यात हो रहा है.