नोएडा:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नोएडा सेव कल्चर सेव इंडिया कार्यक्रम में कहा कि हमें किसी हाल में संस्कृति पर हमला बर्दाश्त नहीं है. हमारी संस्कृति पर हमला करने वाले मुगलों के वंशज आज रिक्शा चला रहे हैं. सीएम योगी आदित्य नाथ गाजियाबाद में सामने आए ऑनलाइन धर्मांतरण का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब ऐसा नहीं होगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दबे कुचले लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की जरूरत है. उन्हें समझाना होगा और उन्हें अपनी पुरातन संस्कृति की याद दिलानी होगी. इस मौके पर सम्मानित किए गए संस्कृति योद्धाओं को सीएम योगी ने बधाई दी. कहा कि लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन जी के साथ उन्होंने लंबे समय तक काम किया है. 48 साल पहले इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की गई. अगर उस समय वो कामयाब हो जाते तो क्या आज हम इस तरह के कार्यक्रम कर पाते? उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के भी कुछ नियम होंगे.

सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के अंदर जितने भी देश है, सबकी अपनी विशिष्ट पहचान है. फ्रांस कला के लिए प्रसिद्ध है तो ब्रिटेन की अलग पहचान है. इसी प्रकार भारत की भी अपनी अलग पहचान है. हमने मुगल और अंग्रेजों की गुलामी सही है, लेकिन जैसी ही हमारी संस्कृति पर हमला हुआ, हमने भी 1957 की क्रांति के रूप में जवाब दिया. गाय की चर्बी से बने कारतूस का विरोध हुआ. आगे जाकर वीर सावरकर ने भी इसे मान्यता दी. उन्होंने साफ शब्दों में संदेश देते हुए कहा कि हम अपनी संस्कृति और आस्था के साथ छेड़छाड़ किसी हाल में बर्दाश्त नहीं कर सकते. कहा कि संस्कृति पर हमला उस विकृति को बढ़ावा देना है जैसे कि बीज का सड़ जाना.