2017 के पहले नियुक्तियों में बेईमानी और भ्रष्टाचार था: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ ब्यूरो
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 नवनियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र बांटे, इस मौके पर उन्होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई सालों बाद नियुक्तियों/भर्तियों में पारदर्शिता बरती जा रही है.

सीएम योगी ने कहा बीते 4 सालों में हमने पारदर्शी तरीके से शिक्षकों के पद भरने का प्रयास किया है, आरक्षण के सभी नियमों का पालन करते हुए भर्तियां की गई हैं.

उन्होंने कहा कि आप में बहुत से ऐसे होंगे जिन्होंने 2017 के पहले भी प्रयास किया होगा लेकिन योग्यता के बावजूद चयन नहीं हो पाया होगा. 2017 के पहले नियुक्तियों में बेईमानी और भ्रष्टाचार था. हमने साढ़े चार साल में साढ़े 4 लाख सरकारी भर्तियां की. जब हम आए तो तमाम भर्तियां कोर्ट में फंसी थी. पिछले 15-20 साल की सरकारों में आंकड़ों को देखिए इतनी भर्तियां कभी नहीं हुई.”

सीएम ने कहा कि फरवरी 2018 में जब पीएम से इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन कराया था तो वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट लांच किया. ये पहले भी हो सकता था लेकिन पिछली सरकारों में सोच नहीं थी. पिछली सरकारों की मंशा ही नहीं थी कि प्रदेश के युवा को अपने घर, क्षेत्र में ही रोजगार मिले इसीलिए रोजगार के लिए युवा को पलायन करना पड़ता था. पहले प्रदेश में बेरोजगारी दर 17.6 फीसदी थी जो अब 4.1 फीसदी रह गई है.