लखनऊ ब्यूरो
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘मिशन शक्ति अभियान’ का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसलिए आवश्यक है कि मिशन शक्ति को और गति प्रदान की जाए।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर मिशन शक्ति की अब तक की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर उनके समक्ष मिशन शक्ति के तृतीय चरण को लागू किये जाने के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण किया गया।

मुख्यमंत्री ने ‘1090’ विमेन पावर लाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी लेते हुए कहा कि इनका प्रभावी निस्तारण शिकायतकर्ता महिला/बालिका की संतुष्टि के अनुरूप किया जाए। साथ ही, उससे नियमित अन्तराल पर फीडबैक भी लिया जाए।

उन्होंने प्रदेश के थानों में महिला पुलिसकर्मियों को बीट इंचार्ज बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए महिला सिपाहियों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने महिलाओं की सहायता के लिए थानों में स्थापित की गई हेल्पडेस्क को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी समस्या लेकर थाने आने वाली महिलाओं/बालिकाओं को वहां स्थापित महिला हेल्पडेस्क के माध्यम से पूरी मदद मिलनी चाहिए। उन्होंने मिशन शक्ति के लिए महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को सक्रिय एवं प्रभावी सहयोग देने के निर्देश दिए।

उन्होंने प्रमुख सचिव महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग श्रीमती हेकाली झिमोमी से विभाग द्वारा मिशन शक्ति तथा महिला सशक्तीकरण के सम्बन्ध मंे किये जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में सी0सी0टी0वी0 महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अतः अब तक स्थापित किये गये सभी सी0सी0टी0वी0 को प्रभावी बनाते हुए इन्हें आपस में लिंक किया जाए। साथ ही, निजी क्षेत्र के आस्थानों, मॉल्स, कार्यालयों इत्यादि में स्थापित सी0सी0 कैमरों को भी जोड़ा जाए। इसके लिए प्राइवेट सी0सी0 कैमरा मालिकों का सहयोग प्राप्त किया जाए।

उन्होंने सड़कों पर समुचित मार्ग प्रकाश की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गृह विभाग मिशन शक्ति का नोडल विभाग होगा और प्रत्येक स्तर पर मिशन शक्ति के क्रियान्वयन की समीक्षा यही विभाग करेगा।