लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से उपचार की व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखी जाएं। उन्होंने कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ रहे। कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। एल-2 तथा एल-3 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स तथा हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एच0एफ0एन0सी0) की व्यवस्था अवश्य रहे। उन्होंने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को कोविड-19 के दृष्टिगत बैठक आहूत कर स्थिति की गहन समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुरादाबाद तथा सहारनपुर में प्राथमिकता के आधार पर लक्षित आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना वैक्सीन की वेस्टेज न्यूनतम स्तर पर रहे, किसी भी स्थिति में यह एक प्रतिशत से अधिक न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आगामी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले की जयन्ती से लेकर 14 अप्रैल, 2021 को बाबा साहब डाॅ0 बी0आर0 आंबेडकर की जयन्ती तक, ‘टीका उत्सव’ मनाए जाने का आह्वान किया है। इसके तहत पूरे प्रदेश में ‘टीका उत्सव’ आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीका उत्सव में प्रदेश के लक्षित आयु वर्ग के लोग बढ़-चढ़कर भाग लें। उन्होंने ‘टीका उत्सव’ के सफल आयोजन के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के प्रति जागरूकता तथा कोरोना से सम्बन्धित अन्य आवश्यक विचार-विमर्श के उद्देश्य से राज्यपाल महोदया की उपस्थिति में 03 दिवसीय संवाद का विशेष कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है। आगामी 11 अप्रैल को राज्यपाल जी और वे राजनीतिक दलों के अध्यक्षों तथा सदन के दलीय नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। 12 अप्रैल, 2021 को राज्यपाल जी तथा वे स्वयं (मुख्यमंत्री जी) समस्त महापौर एवं पार्षदों के साथ संवाद का विशेष कार्यक्रम होगा। इसी क्रम में आगामी 13 अप्रैल को राज्यपाल जी तथा मुख्यमंत्री जी का धर्मगुरुओं के साथ संवाद होगा। उन्होंने अधिकारियों को इन आयोजनों के लिए सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।