नई दिल्ली: पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास के एक अधिकारी ने ट्वीट कर बताया है कि भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव का संबंध बीते साल जम्मू कश्मीर के विशेषाधिकार खत्म करने के मुद्दे से है। इस्लामाबाद स्थित चीनी दूतावास में बतौर प्रेस ऑफिसर तैनात वांग जियानफेंग ने अपने ट्वीट के साथ चीन एक प्रभावशाली थिंक टैंक के स्कोलर द्वारा लिखे गए आर्टिकल का लिंक भी शेयर किया है। इस आर्टिकल में भी कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव की बात कही गई है।

वांग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत द्वारा एकपक्षीय तरीके से कश्मीर की यथास्थिति में बदलाव करने से क्षेत्रीय तनाव बढ़ेगा और इससे चीन और पाकिस्तान की संप्रभुता के लिए चुनौती भी पैदा हुई है। इससे भारत-पाकिस्तान और चीन-भारत के रिश्ते भी जटिल हुए हैं।

यह पहली बार है कि किसी चाइनीज अधिकारी ने सीमा पर जारी तनाव का संबंध कश्मीर मुद्दे से जोड़ा है। जब बीती 5 अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर के स्पेशल स्टेट्स को हटाते हुए उसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाने का ऐलान किया था, उस वक्त भी चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी भारत के इस कदम की आलोचना की थी।

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चाइनीज डिप्लोमैट वांग जियानफेंग ने अपने ट्वीट के साथ चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेमपरी इंटरनेशनल रिलेशंस के स्कॉलर वांग शिदा का आर्टिकल लिंक किया है। इस आर्टिकल में कहा गया था कि भारत अगस्त से लगातार ऐसे कदम उठा रहा है, जिससे कश्मीर की यथास्थिति में एकपक्षीय तरीके से बदलाव हो और क्षेत्रीय तनाव बढ़े। आर्टिकल में भारत सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में उठाए गए कदमों को चीन और पाकिस्तान की संप्रभुता के लिए खतरा बताया गया है।