नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ बताया है| दानवे के इस बयान को दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट समिति इसे किसानों का ‘अपमान’ बताया है. समिति ने इस बात की निंदा की कि किसानों को विरोध जताने के लिए ‘राष्ट्रद्रोही’ और ‘अराजक’ बताया जा रहा है.

DSGMC ने बयान को बताया शर्मनाक
DSGMC के अध्यक्ष एस मजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि ‘किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार न्याय करने में असमर्थ रही है. जो किसान खुद देश के लिए लड़ते और अपनी जान देते हैं, अन्न उगाते हैं, जिनके बच्चे भी देश के लिए शहीद हो जाते हैं, उनको राष्ट्रद्रोही दिखाने की कोशिश मत कीजिए.’ ऐसी घटनाओं को ‘शर्मनाक’ बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री और प्रवक्ता लगातार ऐसे आरोप लगा रहे हैं.

क्या कहा था दानवे ने
रावसाहेब दानवे ने बुधवार को महाराष्ट्र के जलना जिले में एक कार्यक्रम में किसानों के प्रदर्शन पर बयान दिया था. दानवे ने कहा था, ‘जो आंदोलन चल रहा है, वह किसानों का नहीं है. इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है. इस देश में मुसलमानों को पहले भड़काया गया. (उन्हें) क्या कहा गया? एनआरसी आ रहा है, सीएए आ रहा है और छह माह में मुसलमानों को इस देश को छोड़ना होगा. क्या एक भी मुस्लिम ने देश छोड़ा?’ उन्होंने आगे कहा, ‘वे प्रयास सफल नहीं हुए और अब किसानों को बताया जा रहा है कि उन्हें नुकसान सहना पड़ेगा. यह दूसरे देशों की साजिश है.’

दो हफ़्तों से जारी है आंदोलन
बता दें कि हजारों की संख्या में पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान सितंबर में पास किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दो हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें विपक्षी पार्टियों का समर्थन भी मिल रहा है. सरकार के साथ कई राउडं में हुई बातचीत भी असफल रही है. किसान कानूनों को रद्द करवाना चाहते हैं, लेकिन सरकार पर संशोधन को तैयार है.