लखनऊ :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां लोक भवन में निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 75 जनपदों के लिए चयनित 7182 ए0एन0एम0 स्वास्थ्य कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति पत्र वितरण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने 28 नवचयनित ए0एन0एम0 स्वास्थ्य कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ए0एन0एम0 के चयन की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने सभी नवचयनित ए0एन0एम0 को बधाई देते हुए कहा कि आज यह नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से मिशन रोजगार का हिस्सा है। यह नियुक्ति प्रक्रिया मिशन रोजगार तथा मिशन शक्ति के माध्यम से मातृ शक्ति को प्रोत्साहित करने का सशक्त माध्यम बनी है। एक लम्बी लड़ाई के बाद यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसमें सभी नवचयनित ए0एन0एम0 ने धैर्य से कार्य करते हुए सरकार पर विश्वास किया और मा0 उच्चतम न्यायालय से अपने पक्ष में फैसला आने का इंतजार किया। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने चयन प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाया था, कुछ लोगों ने इसमें बाधा डालने का प्रयास किया। लेकिन विगत 06 वर्षां में प्रदेश में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग, बेसिक शिक्षा अथवा पुलिस की भर्तियों में चयन की प्रक्रिया में किसी भी स्थिति में धांधली, अव्यवस्था, अराजकता अथवा भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विगत 06 वर्षां में लगभग 06 लाख से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी उपलब्ध करायी गयी है। इन सभी में कहीं भी किसी भी प्रकार के भेदभाव की गुंजाइश नहीं रही है। आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा ए0एन0एम0 को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह सभी नवचयनित ए0एन0एम0 के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने अभी अवगत कराया है कि प्रदेश में कार्यरत सभी हेल्थ वर्कर्स जिनमें ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी तथा आशा कार्यकर्त्रियां हैं, उन्होंने फील्ड में रहकर बहुत अच्छा कार्य किया है। विगत 06 वर्षां में प्रदेश में बहुत से सकारात्मक बदलाव आये हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (एन0एफ0एच0एस0) के आंकड़े इन बदलावों को प्रदर्शित करते हैं। प्रदेश में संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है। इसी प्रकार एनीमिया को कम करने, मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर को नियंत्रित करने में प्रदेश सरकार को सफलता प्राप्त हुई है। अनेक मामलों में प्रदेश ने विगत 06 वर्षां में राष्ट्रीय औसत से भी अच्छा प्रदर्शन किया।