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CBI ने अम्रपाली ग्रुप के नोएडा, बिहार, झारखंड, दिल्ली समेत 29 ठिकानों पर आज छापेमारी की इस दौरान आम्रपाली बिल्डर की ओर से ट्रांसफर किए गए करोड़ों रुपये की फाइलें खंगालीं. इस मामले में ED और EOW भी जांच कर रही हैं.

CBI ने नोएडा के सेक्टर-44 स्थित अम्रपाली सोसायटी में स्थित ऑफिस में छापेमारी की.आम्रपाली के दिवालिया घोषित होने के पहले ये फंड ट्रांसफर किया गया था. आम्रपाली के 30 हजार फ्लैट का निर्माण NBCC कर रही है.

जानकारी के मुताबिक CBI नोएडा के सेक्टर-44 में स्थित पल्स गेटवे हाउसिंग सोसाइटी में पहुंची. सोसाइटी के L-टावर की आठवीं मंजिल पर दो फ्लैटों में CBI की टीम ने छापेमारी की है. सीबीआई ने आम्रपाली समूह की कंपनियों के निदेशकों के यहां छापेमारी की. नोएडा के साथ-साथ दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड और एनसीआर के कई शहरों में छापेमारी की गई. बताया जा रहा है कि आम्रपाली समूह से जुड़े लोगों के 29 ठिकानों पर रेड की गई है.

आम्रपाली समूह की रियल एस्टेट कंपनियों ने बड़े पैमाने पर फंड डायवर्जन किए हैं. यह बात जांच में सामने आ चुकी है. इसी सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल आम्रपाली समूह की कंपनियों को दिवालिया घोषित करके निदेशकों की संपत्तियां जब्त कर चुके हैं. करीब 30,000 फ्लैटों का निर्माण सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन कर रहा है.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुए फॉरेंसिक ऑडिट में यह खुलासा हुआ है कि आम्रपाली समूह की कंपनियों से हजारों करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे. इस मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के साथ-साथ ED भी जांच कर रही है.