अलीगढ: यूपी के अलीगढ़ में विषाक्त मदिरा पीने से मरने वालों का आंकड़ा तीस पहुँच चूका है जबकि एक दर्जन लोगों की हालत अब भी गंभीर है जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. रात 3 बजे तक 28 लोगों ने दम तोड़ चुके थे, वहीँ सुबह दो और लोगों की मौत हो गयी.

इन लोगों पर कार्रवाई
इस मामले में लापरवाही के आरोप में एक्साइज ऑफिसर धीरज शर्मा, एक्साइज इंस्पेक्टर राजेश यादव, इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश यादव समेत दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं शराब तस्करी रैकेट के मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कया है. दो मुख्य आरोपी अब भी फरार हैं.

अलीगढ़ के करसुआ गाँव की घटना
जहरीली शराब से मौतों की ये घटना अलीगढ़ के गांव करसुआ की है. गांव के लोगों का कहना है कि स्थानीय ठेके से ही सभी ने शराब खरीदकर पी थी, जिसके बाद मौतों का सिलसिला शुरू हो गया. वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
शुक्रवार सुबह जैसे ही शहरीली शराब से मौत की पहली खबर मिली एक्साइज और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. जिसके बाद गंभीर हालत में लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. दोपहर तक 15 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद सीएम योगी ने अधिकारियों को तलब कर सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि दोषियों पर एनएसए लगाया जाए. साथ ही ये भी कहा गया था कि अगर शराब सरकारी ठेके से लाई गयी थी तो सख्त कार्रवाई करते हुए ठेके को ही सील कर दिया जाए.