लखनऊ: डाबर ने मैरिको के खिलाफ ASCI में शिकायत दर्ज करा रहा है, क्योंकि बाजार से लिया गया उनका सफोला हनी का नमूना एनएमआर टेस्ट में विफल रहा है। टेस्ट रिपोर्ट में सफोला शहद में चीनी सिरप की मौजूदगी का स्पष्ट संकेत मिलता है। एनएमआर टेस्ट पर उनका दावा उपभोक्ताओं को गुमराह कर रहा है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने कल स्पष्ट रूप से कहा है कि एसएमआर जैसे विशिष्ट परीक्षण सहित उनके 22 अनिवार्य परीक्षण, दुनिया भर में शहद में सभी संभावित मिलावट के प्रकारों और चीनी का पता लगाने के लिए सबसे सख्त और विस्तारपूर्ण परीक्षण हैं।

डाबर ने एसएमआर सहित उपरोक्त सभी एफएसएसएआई-अनिवार्य टेस्टों को पास किया है और इसके अलावा डाबर समय-समय पर स्वैच्छिक रूप से एनएमआर टेस्ट करवाता रहता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे उपभोक्ताओं को कोई अतिरिक्त चीनी/सिरप या किसी अन्य मिलावट के बिना 100 प्रतिशत शुद्ध शहद मिले। यही कारण है कि डाबर हनी दुनिया का सबसे अधिक बिकने वाला शहद ब्रांड है, जो सभी यूरोपीय और अमेरिकी नियमों पर खरा उतरता है और दुनिया भर के 15 से अधिक देशों में निर्यात किया जा रहा है।