लखनऊ:
लखनऊ के कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी सेवा निवृत्त आईएएस और ब्रह्मसागर महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष को जम्मू कश्मीर में “श्री शारदा शताब्दी सम्मान” से सम्मानित किया गया. श्रीमद् जगद्गुरु शारदा सर्वज्ञ पीठम एवं हिंदी कश्मीरी संगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शारदा पीठ शताब्दी सम्मान समारोह में श्री मनोज सिन्हा, उप राज्यपाल, जम्मू कश्मीर की गरिमामयी उपस्थिति मे शंकराचार्य जी के कर कमलों से कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी , को यह महती सम्मान प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.

बताते चलें कि संस्था द्वय द्वारा गिने‌ चुने उत्कृष्ट लोगों को ही यह महती सम्मान प्रदान किया जाता है. कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी को यह सम्मान सकारात्मक और उत्कृष्ट दृष्टिकोण, पूर्ण समर्पण और निष्ठा के साथ दायित्व का निर्वहन, सनातन मूल्यों के प्रति आस्था, गूढ़ चिन्तनशीलता, सरलता और मानव धर्म का पालन करते हुए अपनी उत्कृष्ट समाजिक सेवा से राष्ट्रीय एकता एवम् अखंडता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान तथा अपने सौम्य स्वभाव से देश के हर वर्ग को लाभान्वित करने हेतु संस्था द्वय द्वारा शारदा पीठ शताब्दी सम्मान समारोह में यह सम्मान प्रदान किया गया.

श्रीमद् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देवतीर्थ, संस्थापक अध्यक्ष, श्रीमद् जगद्गुरु शारदा सर्वज्ञ पीठम, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर शीला मिश्रा, कश्मीरी मूल के व भारत सरकार के गृह मंत्रालय से अभी हाल ही में सेवा निवृत्त श्री पी एन बालिया जी, ब्रह्मसागर के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री प्रमिल द्विवेदी, आईटी सेल के श्री दिव्यांशु गिरि, प्रो0 बीना बुदकी,अध्यक्ष, हिंदी कश्मीरी संगम, डॉक्टर राजा लंगर, प्रशासक एवं निदेशक, शारदा सर्वज्ञ पीठम, कश्मीरी की गौरवमय उपस्थिति में कैप्टन एस के द्विवेदी को सम्मानित किए जाने की खबर मिलते ही उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उनके चाहने वालों के चेहरे खिल उठे. बधाइयों का तांता लग गया.

बधाई देने वालों में देश भर में अनेक अंचलों में फैले ब्रह्मसागर के पदाधिकारी गण, पूर्व आइएएस श्री चंद्रिका प्रसाद तिवारी, कर्नल लक्ष्मी कांत तिवारी,गजेंद्र मणि त्रिपाठी, प्रख्यात मीडिया प्रभारी श्री शाश्वत तिवारी समेत अनेक गणमान्यजन शामिल थे.

यहां पर यह उल्लेख करना आवश्यक है कि कैप्टन संतोष द्विवेदी हर जरूरी मौके पर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर जन जन में जगह बना चुके हैं. यही कारण है कि उनकी हर उपलब्धि को यहां के लोग लखनऊ और प्रदेश के बढ़ते सम्मान की नजर से देखते हैं. निश्चित तौर पर कैप्टन संतोष द्विवेदी जी का श्री शारदा शताब्दी सम्मान पाना हम सब प्रदेश और लखनऊ वासियों के लिए गौरव का विषय है.