नई दिल्ली:
भारत में जहां आम ट्रेनों का सञ्चालन ढंग से नहीं हो पाता है वहीँ बुलेट ट्रेन चलाने का सपना प्रधानमंत्री मोदी ने देख और जापान की मदद से अपने सपने को मूर्त रूप देने के लिए 2015 में एलान कर दिया गया, 2017 में शिलान्यास भी कर दिया गया और 2022 तक पटरी पर उड़ने की तारिख भी तय कर दी गयी.

फिर इस प्रोजेक्ट को 2023 पूरा होने की बात कही गयी और अब मौजूदा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक नयी डेडलाइन बताई है , उनके मुताबिक प्रधानमंत्री के सपनो का यह प्रोजेक्ट 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है. और टारगेट भी अहमदाबाद से मुंबई नहीं बल्कि सूरत से बिलिमोरा का रख गया है, यानि अहमदाबाद तो मुंबई अभी बहुत दूर की कौड़ी है. इसके साथ ही उनका यह भी दावा है कि काम बहुत अच्छी तरह से चल रहा है.

बता दें कि बुलेट ट्रैन अहमदाबाद से मुंबई तक चलाने की घोषणा की गयी थी और इसके लिए हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाने की बात थी जिस पर अबाध रूप से 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से ट्रेन दौड़ सके अहमदाबाद से मुंबई के बीच का सफर 2 घंटे 7 मिनट में पूरा हो सके.

बता दें कि इसके लिए भारत और जापान के बीच एक समझौता हुआ है. पूरा प्रोजेक्ट पर 1.08 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिसमें से 81% का कर्ज जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी से मिला है जो 50 वर्षों के लिए है. इसके लिए 508.09 किलोमीटर लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जा रहा है. ये बुलेट ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र और दादरा नगर हवेली के 12 स्टेशनों से गुजरेगी. इनमें से चार महाराष्ट्र में औरआठ स्टेशन गुजरात में बनाए जाएंगे.