बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने आज मुंबई, नई दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता चार अंचलों में चार मिड-कॉर्पोरेट क्लस्टर कार्यालयों को खोलने की घोषणा की है। इस सेगमेंट पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए बैंक की कार्यनीति के अनुरूप, प्रत्येक मिड-कॉर्पोरेट क्लस्टर कार्यालय प्रत्येक अंचल में विशेषीकृत शाखाओं के एक समूह की देखरेख करेगा जो विशेष रूप से मध्यम आकार के कॉर्पोरेट्स की आवश्यकताओं को पूरा करेंगे।

एक नीतिपरक पहल के रूप में, बैंक ने हाल ही में अपने कॉर्पोरेट बैंकिंग मॉडल को पुनर्गठित किया है। दोनों ग्राहक सेगमेंट को प्रभावी सेवा प्रदान करने के लिए कॉर्पोरेट बैंकिंग वर्टिकल को लार्ज कॉर्पोरेट और मिड-कॉर्पोरेट दो इकाइयों में बांटा गया है। मिड-कॉर्पोरेट वर्टिकल रु. 250 करोड़ तक की क्रेडिट सुविधाओं की मांग करने वाली कंपनियों की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, जबकि लार्ज कॉर्पोरेट वर्टिकल इससे अधिक के कारोबार संभालते हैं।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री देबदत्त चंद ने कहा, “ऋण वृद्धि में तेजी के साथ-साथ जैसे-जैसे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी, हमें विश्वास है कि मिड-कॉर्पोरेट सेगमेंट ही ऐसी जगह है जहां महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध होंगे। मध्यम आकार की कंपनियों द्वारा ऋण की मांग में वृद्धि हुई है; वहीं यह सेगमेंट काफी हद तक नया है। हमारा ध्यान कैलिब्रेटेड और सतत् तरीके से गुणवत्तापूर्ण मिड-कॉर्पोरेट ऋण बही तैयार करने पर केंद्रित है। हमारा लक्ष्य वित्त वर्ष 2023 में अपने मिड-कॉर्पोरेट पोर्टफोलियो को दोहरे अंकों में बढ़ाना है।

बैंक मध्यम आकार के कॉर्पोरेट को टैप करने के लिए अपने ऑपरेटिंग मॉडल और शाखा नेटवर्क को सुदृढ़ बनाएगा तथा देश भर में विशेष शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है। ये शाखाएं सोल्यूशन्स की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करेंगी तथा ऋण निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी से बदलाव सुनिश्चित करेंगी। बैंक ग्राहकों की सुविधा के लिए 300 से अधिक विशेषीकृत रिलेशनशिप मैनेजरों (आरएम) एवं ऋण विष्लेषकों को नियुक्त करने की प्रक्रिया में है।