• लड़कियों के साथ हो रहें भेदभाव को मिटाने की आवश्यकता है- शालिनी
  • अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर इनिशिएटिव फाउण्डेशन इंडिया ने कार्यक्रम का किया आयोजन!

लखनऊ।
अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर इनिशिएटिव फाउण्डेशन इंडिया द्वारा बुद्धेश्वर, मोहान रोड, दुबग्गा, मानकनगर सहित विभिन्न जगहों पर संचालित केन्द्रों पर आज बारिश के मौसम में भी लड़कियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें भाषण, पोस्टर, वाद-विवाद और रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया और लड़कियों की रैली देख कर लोगों में बालिका शिक्षा और उसके अधिकारों के प्रति संदेश गया।

इस मौके पर संस्था की संस्थापक सदस्य पूजा ने अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के महत्त्व को बताते हुए कहाँ कि इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। समाज में व्याप्त जेंडर आधारित भेदभाव, बाल विवाह प्रथा, दहेज और कन्या भ्रूण हत्या जैसी रूढ़िवादी प्रथाओ से बालिकाओं के सामने मुश्किलें आती हैं। बालिकाएं आज बालकों से एक कदम आगे है, लेकिन फिर भी वे भेदभाव के शिकार है। इसलिए बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण करना समाज के लिए बेहद जरुरी हैं।

समजिक कार्यकर्त्ता शालिनी ने कहा की आज बालिकाएं किसी भी मायने में पुरुषों से पीछे नहीं है। वे दुनियां के हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही है लेकिन उसके बावजूद आज भी समाज में व्याप्त कुछ कुरीतियों के कारण लाखों लड़कियों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि लडकियां कई मायनो में लडको से आगे होती है लेकिन उन्हें समाज के कुछ लोग दोयम दर्जे से देखते है। समाज में फैले इस भेदभाव को मिटाने की आवष्यकता है। यह तभी मिट सकेगा जब हम बालिकाओ को अच्छे से पढ़ायेंगे उन्हें सम्मान देंगे, उन्हें आगे बढने का अवसर देंगे। इस अवसर पर कल्पना, आरती, वंदना, शिवानी, सुधा सहित सैकड़ों लड़कियां उपस्थित होकर पूरी खुशी से अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया।