तौक़ीर सिद्दीक़ी
समाजवादी पार्टी के कुनबे में आज सत्ताधारी पार्टी के कई मंत्री और विधायक शामिल हुए, जिसमें योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी समेत सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर जाने वाले भगवती प्रसाद सागर, विनय शाक्य, रोशनी लाल वर्मा, मुकेश वर्मा, बृजेश प्रजापति और चौधरी अमर सिंह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए।

इस मौके पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि सरकार के लोगों को पहले ही पता लग गया था कि स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी के साथ बड़ी संख्या में लोग आ रहे होंगे इसलिए हमारे मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गए. हालांकि उनकी 11 मार्च की किसी ने टिकट बुक कर रखी है.”

अखिलेश यादव ने कहा, ”ये (सीएम योगी) 80 और 20 की बात कर रहे हैं, 80 तो सपा के साथ खड़े ही थे जिन्होंने मंच और मैदान को देखा होगा 20 प्रतिशत वाले भी उनके खिलाफ हो गए होंगे. जो तीन चौथाई की बात कर रहे थे सच्चाई ये है वो तीन चार की बात कर रहे थे.

उन्होंने कहा, ”तमाम वो लोग जिन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है, सभी विधायकों का मैं स्वागत करता हूं, हमारे बाबा सीएम क्रिकेट खेलना नहीं जानते हैं, बीजेपी का विकेट एक के बाद एक गिर रहा है. अभी कैच छूट गया है.” पूर्व सीएम ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है.

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ठोको नीति चला रही है. जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे साथ आए पता नहीं कब का वारंट जारी कर दिया है. हम कब से चुनाव का इंतजार कर रहे थे. अब साइकल का हेंडल भी ठीक है और पहिए भी ठीक है. उन्होंने आगे कहा कि कौन भूल सकता है डिजिटल इंडिया की गलती छापा कही और मानना था. लेकिन मार लिया खुद के यहां. ये जो उत्तर प्रदेश के बाबा मुख्यमंत्री जो है ये फेल हो गए हैं.

अखिलेश यादव ने कहा कि अब की बार बीजेपी नेताओं को इस बार हमारी स्ट्रेटेजी समझ नहीं पाई और हिट विकट हो गई. अगर इन्हें पता चल जाता तो पता नहीं क्या करते. ये सेमीफाइल नहीं फाइल चुनाव है. और हमें इस बार एक खुशी भी है कि इस बार मीडिया के साथियों को भी जानकारी नहीं लगी. लेकिन अब सब हमारे साथ है. इसके बाद अखिलेश यादव ने पत्रकार कमाल खान के निधन पर भी शौक जताया.

वहीँ सपा कार्यालय में हुए इस आयोजन पर लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश का कहना है कि समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बिना अनुमति हो रहा है. सूचना मिलने पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस टीम को सपा दफ़्तर भेजा गया है. रिपोर्ट के आधार पर ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य समेत बाकी नेताओं ने जब सपा का दामन थामा तब वहां भारी संख्या में भीड़ थी, जबकि 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक है.