टीम इंस्टेंटखबर
बसपा सुप्रीमो मायावती पर पैसा लेकर टिकट देने के आरोप तो पहले भी लगते रहे हैं लेकिन इस बार उन पर पैसे लेकर भी टिकट न देने का आरोप लगा है और बाकायदा पुलिस में इस बात की शिकायत दर्ज की गयी है. यहीं नहीं, उनकी यह पीड़ा थाने में ही आंसुओं के रूप में छलक पड़ी.

मायावती के खिलाफ यह शिकायत मुजफ्फरनगर के थाना नगर कोतवाली के चरथावल विधानसभा क्षेत्र के बीएसपी प्रभारी अरशद राणा ने दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि विधानसभा सीट पर उम्मीदवार नियुक्त करने के लिए उनसे पैसों की मांग की गई है. अरशद राणा ने टिकट के लिए 67 लाख रुपये लेने का भी आरोप लगाया. उन्‍होंने कहा कि पैसे भी चले गए और टिकट भी नहीं मिला.

जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर शाम थाना नगर के कोतवाली पहुंचे बीएसपी नेता कोतवाली में ही फूट-फूट के रोने लगे. अरशद राणा ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि 18 दिसंबर 2018 को उन्हें जिला कार्यालय मुजफ्फरनगर जिले के विधानसभा सीटों पर प्रभारी नियुक्त किया जाना था. लेकिन एक-दो दिन पहले बीएसपी पश्चिमी यूपी के प्रभारी शमशुद्दीम राईन ने कहा कि उन्हें प्रभारी नियुक्त करने के लिए पैसे देने होंगे.

अरशद राणा ने कहा कि तय तारीख को उन्हें बीएसपी के मंच से 2022 विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया था. इस दौरान वहां सहारनपुर मंडल के मुख्य कॉर्डिनेटर नरेश गौतम, पूर्व मंत्री प्रेमचंद गौतम, सत्यप्रकाश, कार्डिनेटर एवं तत्कालीन जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर सतपाल कटारिया भी मौजूद थे.

अरशद राणा का आरोप है कि विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी नियुक्त करने के लिए उनसे 4 लाख 50 हजार रुपए और इसके बाद 50 हजार रुपए लिए गए. उनका आरोप है कि उसने तीन किश्त में 15-15 लाख रुपए भी लिए गए थे.

उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे शमशुद्दीन राईन ने उनसे 17 लाख रुपए ले लिए, इस दौरान वहां सतपाल कटारिया और नरेश गौतम भी मौजूद थे. अरशद राणा ने आरोप लगाया है कि चुनाव की तारीख घोषित होते ही उन्होंने टिकट मांगा तो उनसे 50 लाख रुपए और मांगे गए. वह और पैसे देने के लिए राजी भी हो गए इसके बाद भी चरथावल विधान सभा पर सलमान सईद को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया.