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तेरह राज्यों के उपचुनावों में लगे झटके और पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को कहा कि पार्टी पिछले सात सालों से केंद्र की सत्ता में है और पूरब से लेकर पश्चिम तथा उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई राज्यों में उसकी सरकारें भी हैं लेकिन अब भी उसका उत्कर्ष आना बाकी है।

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नड्डा ने पंजाब में बहुमत वाले सिखों की भी बात की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने समुदाय के लिए कई उपाय किए हैं, जिसमें 1984 के दंगों के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने, विदेशी अनुदान की सुविधा प्रदान करना शामिल है। गुरुद्वारों और लंगर को वस्तु एवं सेवा कर की समीक्षा से बाहर रखा गया है।

उन्होंने बताया कि नड्डा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संगठन को मजबूत बनाने के लिए इस साल 25 दिसंबर तक सभी मतदान केंद्रों में बूथ समितियों का गठन, अप्रैल 2022 तक पूरे देश में पन्ना प्रमुखों की समिति का गठन और प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को बूथ स्तर पर सुनने की व्यवस्था करने का लक्ष्य निर्धारित किया।

बैठक के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कार्यकारी ने कोविड महामारी के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व, 100 करोड़ टीकाकरण और 80 करोड़ गरीब लोगों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करने की सराहना की।

प्रधान के मुताबिक नड्डा ने कहा, “भाजपा का उत्कर्ष आना अभी बाकी है।” नड्डा ने अपने संबोधन में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन का विशेष उल्लेख किया और आरोप लगाया कि चुनाव बाद हिंसा में राज्य में पार्टी के 53 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई जबकि एक लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी का राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया, जबकि राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने शोक प्रस्ताव पढ़ा। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में भाजपा प्रजातांत्रिक तरीके से लड़ाई लड़ेगी और अराजक तत्वों को जवाब देगी।