समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार नौजवानों को नौकरी नहीं देना चाहती है। उसकी नीयत नौकरी देने की नहीं है। दिखावा करने के लिए भर्ती का विज्ञापन निकालती है। छात्र, नौजवान अपने परिवार की गाढ़ी कमाई लगाकर फार्म भरता है। परीक्षा की तैयारी करते हैं। तमाम तरह की कठिनाइयों के बीच परीक्षा देने जाता है। सेन्टर पर पहुंचकर पता चलता है पेपर लीक हो गया। सरकार जानबूझकर पेपर लीक कराती है। पेपर छपाई से लेकर वितरण और परीक्षा कराने तक में सरकार के लोग शामिल रहते हैं तो पेपर लीक कैसे हो जाता है?

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अब तक कोई प्रतियोगी परीक्षा साफ और पारदर्शी तरीके से नहीं करा पायी है। जब 2017 में पहला पेपर लीक हुआ था तभी अगर सख्त कार्रवाई हुई होती तो दुबारा पेपर लीक नहीं होता लेकिन भाजपा सरकार में हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है। भाजपा ने नौजवानों से नौकरी देने के झूठे वादे किए। भाजपा सरकार ने युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया।

अखिलेश यादव ने कहा कि निवेश के नाम पर भाजपा सरकार झूठे दावा करती है। दिखावा करने के लिए इन्वेस्टर समिट और ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी की जाती है। लेकिन जमीन पर कोई निवेश नहीं दिखाई देता है। भाजपा सरकार में नौजवानों के लिए न नौकरी है और न रोजगार है।

अखिलेश यादव ने कहा कि गांव- गांव में 90 फीसदी पढ़ा लिखा नौजवान बेरोजगार है। दुनिया में पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था का दावा करने वाली भाजपा सरकार में नौजवानों के लिए काम नहीं है। महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। किसान अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन कर रहा है। भाजपा किसानों, नौजवानों और पीड़ित, गरीब जनता की आवाज दबाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के अलोकतांत्रिक रवैये से परेशान जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का पूरी तरह सफाया कर देगी।