सैन्य भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर कांग्रेस ने बड़ी घोषणा की है। कांग्रेस ने कहा है कि अगर कांग्रेस को देश में अवसर मिलेगा तो हम पक्की भर्ती फिर से शुरू कराएंगे। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ये एलान किया। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि अग्निपथ योजना वापस लेकर सेना में पक्की भर्ती दोबारा शुरू की जाए। कांग्रेस ने ‘जय जवान’ अभियान शुरू किया है।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी कहा कि अग्निपथ योजना का कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से ही विरोध किया है, क्योंकि ये सेना के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने 14 जून, 2022 को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। सरकार का यह निर्णय एकतरफा था। इसमें कहा ये गया कि सेना में भर्ती अग्निपथ योजना के माध्यम से की जाएगी और सेना की औसत आयु को कम और सेना का आधुनिकीकरण करना है। जबकि मोदी सरकार ने इस योजना को पैसा बचाने के लिए शुरू किया।”

सचिन पायलट ने आगे कहा, “एक तरफ सरकार का कहना है कि हम डिफेंस एक्सपोर्ट से बहुत पैसा कमा रहे हैं, आत्मनिर्भर हुए हैं। ऐसे में अगर हम डिफेंस सेक्टर में इतने सक्षम हो रहे हैं, तो सरकार को हमारे सैनिकों के जीवन, उनके पेंशन और परिवार की सुख-सुविधाओं के लिए काम करना चाहिए।अग्निपथ योजना का कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से ही विरोध किया है, क्योंकि ये सेना के साथ खिलवाड़ है।”

इस मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति को पत्र भी लिखा है। खड़गे के पत्र को एक्स पर रीपोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने “देशभक्ति और बहादुरी से सराबोर सैन्य अभ्यर्थियों के लिए न्याय की लड़ाई में हम उनके साथ हैं। कड़ी तपस्या के बाद सशस्त्र बलों में चयनित होकर भी नियुक्त न किए गए 2 लाख युवाओं और अग्निवीर योजना के संदर्भ में माननीय राष्ट्रपति महोदया को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्र भी लिखा”

पवन खेड़ा ने “पूरी पार्टी बीते एक साल से ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ आवाज उठाती आई है। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में भी राहुल गांधी जी ने युवाओं के हक के लिए आवाज उठाई है। देश में आज जवान और किसान दोनों परेशान है। देश में एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जो जय जवान-जय किसान का नारा देते थे। अब एक दूसरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.. जो किसान और जवान दोनों का अपमान कर रहे हैं।”