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लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने लखीमपुर खीरी जिला में मितौली थाना क्षेत्र के गांव में 19 वर्षीय दलित लड़की का शव गन्ने के खेत में मिले जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कहां गई महिला सुरक्षा बड़े-बड़े वादों का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिलाओं की सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है।चुनावी समर के बीच ऐसी घटनाएं बताती हैं कि प्रदेश में अपराधियों के भीतर प्रशासन का भय नहीं है। सरकार में उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में से एक बन चुका है। या कहें नंबर-वन बन चुका है।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में यूपी नंबर-वन है। देशभर में सबसे ज्यादा यूपी की महिलाओं ने ही शोषण की शिकायतें दर्ज करायी हैं। श्री सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के आंकड़े निकाल कर देख लीजिए देशभर से लगभग 31 हजार शिकायतें मिलीं। इसमें 15 हजार से ज्यादा सिर्फ यूपी की हैं।इतना ही नहीं महिलाओं की हत्या के मामल में भी उत्तर प्रदेश नंबर-वन है। महिलाओं पर होने वाले एसिड अटैक के मामल में भी उत्तर प्रदेश नंबर-वन है। दहेज हत्या के मामल में भी उत्तर प्रदेश नंबर-वन है। महिलाओं को हत्या के लिए उकसाने के मामले में भी उत्तर प्रदेश नंबर-वन है। पति या रिश्तेदारों द्वारा महिलाओं के खिलाफ होने वाली क्रूरता के मामले में भी उत्तर प्रदेश नंबर-वन है। महिलाओं के साथ होने वाले दुष्कर्म के मामले में उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है।