नई दिल्ली:
अग्निपथ योजना की आग में बिहार जल रहा है, यहाँ आज चौथे दिन भी जमकर हंगामा और हिंसा हुई. आज आहूत बिहार बंद के दौरान जहानाबाद में एक बस और एक ट्रक को फूंक दिया गया तो वहीं, हजारों की संख्या में तारेगना रेलवे स्टेशन पर पहुंचे उप्रदवियों ने रेलवे स्टेशन में आग लगा दी, जिसके चलते स्टेशन पूरी तरह से जलकर खाक हो गया।

जानकारी के अनुसार पटना के मसौढी में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच फायरिंग हुई। जहानाबाद, मुंगेर और पटना में पथराव हुआ । बंद समर्थकों ने अरवल में एंबुलेंस पर भी हमला कर दिया जबकि सुपौल जिले के लोहियानगर में प्रदर्शनकारियों ने सहरसा से दरभंगा जा रही पैसेंजर ट्रेन को बीच रास्ते में रोककर उसमें आग लगा दी। बता दें कि बिहार बंद को राजद, वाम दलों, हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा एवं विकासशील इनसान पार्टी ने समर्थन किया था।

बिहार में उग्र आंदोलन को देखते हुए नीतीश सरकार ने 15 जिलों में इंटरनेट व विभिन्‍न सोशल मीडिया साइट्स पर रविवार तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड में उपद्रवियों ने थाने पर हमला कर दिया जिसमें तीन से चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। बसों में भी तोड़फोड़ की और साथ ही ब्लॉक ऑफिस पर भी पथराव किया गया। यहाँ भी उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से फायरिंग भी की गई।

सीवान से सटे मोतिहारी में भी जिलाधिकारी ने भी जिले के सभी कोचिंग संस्थान को 24 जून तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है। इस बीच कटिहार में उन्माद भड़काने की कोशिश करने को लेकर आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक अग्निवीरों ने 4 दिनों में रेलवे की लगभग 700 करोड़ की संपत्ति जलकर खाक कर दी है। हालांकि अभी तक रेल प्रशासन की तरफ से क्षति का पूरा आंकलन नहीं किया जा सका है। ट्रेनों की 60 बोगियों के साथ 11 इंजन को आग के हवाले किया गया है। इसके साथ ही स्टेशन और रेल की अन्य कीमती संपत्तियों को भी अग्निवीरों ने स्वाहा कर दिया।