टीम इंस्टेंटखबर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज आजमगढ़ में आज एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज़मगढ़ ऋषि दुर्वासा की तपोभूमि है जहां बात न्याय और धर्म की आती थी वहां ऋषि दुर्वासा किसी को माफ़ नहीं करते थे और यहीं कारण है कि यहां की जनता भी अब उन लोगों माफ नहीं करेगी जिन्होंने यहां सांसद रहते हुए भी उनके सुख-दुःख की चिंता नहीं की।

उन्होंने कहा कि आजमगढ़ ने भले ही दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री दिए हों, लोकसभा में सांसद चुन कर भेजे हों, लेकिन उनके कारण जनपद आजमगढ़ की पहचान धूमिल ही हुई है।लोगों के मन में ऐसा भय पैदा हो गया था कि यदि कोई यह कहता था कि हम आजमगढ़ से है तो कोई होटल वाला कमरा नहीं देता था।

उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ में सपा के प्रत्याशी ‘नामदार’ है और भाजपा के प्रत्याशी कामदार है । भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव जी आपके भाई या पुत्र के रूप में आप सभी की सेवा करेंगे और दिन-रात आप ही के बीच रहेंगे।

उन्होंने कहा कि यहाँ से बसपा भी चुनाव लड़ रही है। उनके प्रत्याशी का भी इतिहास उठा कर देख सकते है। यह नेता सिर्फ अपने नोट और वोट बैंक की चिंता करेंगे आज़मगढ़ की जनता और उनके विकास की नहीं।

श्री सिंह ने कहा कि कोरोना के कालखंड में भी हमने देखा कि यहाँ भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गली-गली जा कर जन-जन का सहयोग कर रहे थे। ऐसे में यहां के पूर्व सांसद अखिलेश यादव जी लापता थे। वो आपको यहां अपने हाल पर छोड़ कर विदेशों में छुट्टियाँ मना रहे थे। आप लोग कल्पना करिए कि जो भूमि कभी ऋषियों के लिए प्रसिद्ध थी वो भूमि सपा शासन में आतंकियों के अड्डे के लिए प्रसिद्ध हुई।

वर्ष 2007 में आजमगढ़ में अजीत राय जी की कॉलेज में निर्मम हत्या सिर्फ इसलिए हो गई, क्योंकि उन्होंने वंदे मातरम् गाने की बात कही थी। क्या राष्ट्रवादियों की इस भूमि में आजमगढ़ में वन्दे मातरम् कहना पाप है?

उन्होंने कहा कि ज्ञान और विज्ञान को यहां पुनर्स्थापित करने के लिए आज यहां 108 करोड़ रुपये की लागत से विश्वविद्यालय बन रहा है।इस विश्विद्यालय का नाम महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय रखा गया है।। यह विश्व के सबसे शक्तिशाली योद्धा महाराजा सुहेलदेव जी को सच्ची श्रद्धांजलि है।मेडिकल कॉलेज की सौगात भी भाजपा सरकार ने ही आपके आजमगढ़ को दी है। यहां के युवा साथियों को विश्वस्तरीय शिक्षा मिलेगी।जिस आजमगढ़ से कभी दुनिया भर में आतंकवादी तैयार होकर निकलते थे आज उस आजमगढ़ से शिक्षित युवा तैयार होकर निकलेंगे।