दुबई से अदनान
पांच बार की वनडे वर्ल्ड कप चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने टी -20 विश्व को के सातवें संस्करण में खिताबी जीत हासिल कर ली. दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में उसने न्यूज़ीलैण्ड को आठ विकेट से आसानी से पराजित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत के हीरो मिचेल मार्श रहे जिन्होंने आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए शानदार नाबाद 77 रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया ने सात गेंद शेष रहते खिताबी लक्ष्य को हासिल कर लिया।

इससे पहले न्यूज़ीलैण्ड ने चार विकेट पर 172 रन बनाकर कंगारुओं को 173 रनों का लक्ष्य दिया था, कप्तान विलियम्स ने 85 रनों की ज़ोरदार पारी खेली थी, मगर उनकी यह पारी कीवी टीम को खिताब न दिला सकी. ऑस्ट्रेलिया की जीत के साथ ही दुनियाए क्रिकेट को एक नया और छठा चैम्पियन भी मिला है. ऑस्ट्रेलिया इससे पहले 2010 का फाइनल खेल चूका है, न्यूज़ीलैण्ड का यह पहला फाइनल था.

क्रिकेट फैंस दोनों सेमीफाइनल्स की तरह फाइनल में भी एक ज़ोरदार मुकाबले की उम्मीद कर रहे थे मगर उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि कीवी गेंदबाज़ों ने उम्मीद से कहीं घटिया गेंदबाज़ी की. गेंदबाज़ी का लेवल यह था कि एक बड़ा स्कोर होने के बावजूद कंगारू बल्लेबाज़ बड़ी आसानी से रन बनाते हुए नज़र आये. एक ट्रेंट बोल्ट के अलावा सारे गेंदबाज़ों ने विलियम्स को बेहद निराश किया।

न्यूजीलैंड का पहला विकेट इनफॉर्म बल्लेबाज डारेल मिशेल (11) के रूप में जल्द ही गिर गया था, लेकिन सबसे बड़ी जरूरत के मौके पर कप्तान विलियमसन (85 रन, 48 गेंद, 10 चौके, 3 छक्के) ने एक यादगार पारी खेली. कप्तान ने आगे रहकर नेतृत्व करते हुए टॉप क्लास की बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को 20 ओवरों में 4 विकेट पर 172 रनों का टारगेट दिया. विलियमसन के बाद दूसरा बेस्ट स्कोर गप्टिल (28) का रहा.

ऑस्ट्रेलिया की जीत में तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का भी अहम योगदान रहा. हेजलवुड ने 4 ओवर में 16 रन देकर 3 विकेट लिए. वहीं एंडम जंपा ने भी 4 ओवर में 26 रन देकर 1 विकेट चटकाया.

वॉर्नर और मार्श ने दूसरे विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी कर न्यूजीलैंड से जीत का मौका ही छीन लिया. ऑस्ट्रेलिया ने महज 2 विकेट खोकर 18.5 ओवर में जीत हासिल की.