लंदन:
WTC फाइनल के पांचवें दिन जब खेल शुरू हुआ तब भी ये बात कही जा रही थे कि टीम इंडिया के लिए जीत मुश्किल है मगर भारतीय क्रिकेट फैंस को अपने हीरो विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे से काफी उम्मीदें थीं. उन्हें लग रहा था कि भारतीय ओवल में नया इतिहास रचेगी मगर उनका सपना, सपना ही निकला। भारतीय टीम ने ICC टूर्नामेंट के एक और फाइनल में सरेंडर किया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टेस्ट क्रिकेट का नया बादशाह बन गया, साथ ही क्रिकेट के सभी फॉर्मेट के सभी विश्व चैम्पियन खिताब अपने नाम करने में कामयाबी हासिल कर ली.

भारतीय बल्लेबाज़ों ने आज जिस तरह पांचवें दिन के पहले सेशन में कंगारू गेंदबाज़ों के सामने सरेंडर किया उससे फिर यह साबित हो गया कि ICC टूर्नामेंट्स के नॉक आउट मुकाबलों में भारतीय टीम दबाव में रहती है, 2014 से ये आठवां मौका है जब टीम इंडिया को ICC के नॉकआउट मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा, वहीँ ऑस्ट्रेलिया की बात की जाय तो ये उनका 9वां ICC खिताब है.

ऑस्ट्रेलिया की ये खिताबी जीत इस मायने में और भी ख़ास रही कि उसने भारत की मज़बूत टीम को 209 रनों के विशाल अंतर से हराया. 444 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया पांचवें दिन लंच से पहले सिर्फ 234 रनों पर ही ढेर हो गयी. इस बीच उसने सात विकेट गंवाए जिसकी उम्मीद किसी भी क्रिकेट पंडित को नहीं थी, भारत ने कल जिस तरह लक्ष्य का पीछा करने की शुरुआत की थी उससे सभी एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद लगाए बैठे हुए थे मगर कल के नाबाद बल्लेबाज़ों विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने बहुत निराश किया और बाकी बल्लेबाज़ भी आसानी से घुटने तक बैठे।