लॉर्ड्स के मैदान पर ICC टेस्ट चैंपियनशिप की तीसरी साइकिल का खिताबी मुकाबला पिछले चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और पहले बार फाइनल खेल रही साउथ अफ्रीका के बीच खेला जा रहा है और तीसरे दिन का खेल ख़त्म होने पर साउथ अफ्रीका की टीम खिताब जीतने के करीब खड़ी दिखाई दे रही है और इसका पूरा सेहरा एडम मारक्रम और कप्तान तेंदा बावुमा के सिर जायेगा क्योंकि दोनों ने कल दिखा दिया कि टेस्ट मैचों में बल्लेबाज़ी कैसे की जाती है जो पहली तीन पारियों में बिलकुल भी नज़र आयी.

साऊथ अफ्रीका की टीम जो पहली पारी में सिर्फ 138 रनों पर सिमट गयी थी उसे मैच जीतने के लिए 282 रनों का एक बड़ा टारगेट मिला जो पहली तीन पारियों की बल्लेबाज़ी को देखते हुए काफी विशाल लग रहा था और यह भी लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया तीसरे दिन ही अपना लगातार दूसरा WTC ख़िताब हासिल कर लेगी लेकिन मारक्रम और बावुमा में तीसरे दिन जो कर दिखाया वही टेस्ट क्रिकेट को महान बनाती है. दोनों ही बल्लेबाज़ धैर्य की प्रतिमूर्ति नज़र आये और जब भी प्रहार का मौका मिला उसे जाने नहीं दिया, यही वजह है कि तीसरे दिन के खात्मे पर साउथ अफ्रीका की टीम जीत का दरवाज़ा खटखटाती नज़र आ रही है. अब कोई चमत्कार ही साउथ अफ्रीका को जीत से दूर ले जा सकता है.

यह दोनों ही बल्लेबाज़ नाबाद हैं. खेल के चौथे दिन मारक्रम जहाँ अपनी 102 रनों की पारी को और विशाल करना चाहेंगे वहीँ कप्तान बावुमा भी चाहेंगे कि जीत के बचे हुए 70 में आधे उनके बल्ले से आएं और वो एक ऐतिहासिक शतक बना सकें। वहीँ ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों में किसी को चमत्कारिक स्पेल डालना होगा तभी कुछ रोमांच पैदा हो सकता है वरना इस जगह पर तो साउथ अफ्रीका काफी आगे नज़र आ रही है.