महिला पहलवान विनेश फोगाट ने बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और महिला शिविर में कई कोच ने पहलवानों का यौन शोषण किया. उन्होंने कहा कि मुझे डब्ल्यूएफआई के अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली है. फोगाट के आरोपों को भाजपा सांसद बृजभूषण ने झूठा बताते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. अगर ऐसा हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा. बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ फोगाट, बजरंग पूनिया साक्षी मलिक, सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और सुमित मलिक समेत देश के शीर्ष पहलवान दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे. बता दें कि इससे पहले हरियाणा की भाजपा सरकार में खेल मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच ने यौन शोषण का आरोप लगाया है, इस मामले में केस भी दर्ज हुआ और पूर्व हॉकी खिलाडी को मंत्री पद भी वापस सौंपना पड़ा है.

बुधवार शाम को पुनिया ने कहा कि अभी हम धरना खत्म कर रहे हैं. कल सुबह 10 बजे फिर से धरना शुरू करेंगे. बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए फोगाट रो पड़ी. फोगाट के आरोपों पर खेल मंत्रालय ने फेडरेशन से 72 घंटे में जवाब मांगा है. बजरंग पुनिया ने कहा कि पहलवान इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे. WFI पहलवानों का शोषण करता है. इससे जुड़े लोग स्पोर्ट्स के बारे में कुछ नहीं जानते हैं. हम चाहते हैं कि भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रबंधन में बदलाव किया जाए. हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हमारा समर्थन करेंगे.

ओलंपिक मेडल विजेत साक्षी मलिक ने कहा कि हम रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का विरोध कर रहे हैं. हम पहलवान यहां इकट्ठे हुए हैं. विनेश फोगाट ने कहा कि टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा. डब्ल्यूएफआई ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी. अगर किसी पहलवान को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष की होगी.

फोगाट ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं. वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं. डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है. वे हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं. वे हमारा शोषण कर रहे हैं. जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था. जबसे हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है.

आरोपों के बाद सामने आए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या कोई सामने आया जो कह सके कि फेडरेशन ने किसी एथलीट का उत्पीड़न किया? क्या पिछले 10 सालों से उन्हें फेडरेशन से कोई दिक्कत नहीं थी? मुद्दे तब सामने आते हैं जब नए नियम लाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि धरने पर बैठे पहलवानों ने ओलिंपिक के बाद किसी भी राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है. यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा. यौन उत्पीड़न आरोप बड़ा है. जब मेरा ही नाम इसमें घसीटा गया है तो मैं कैसे एक्शन ले सकता हूं? मैं जांच के लिए तैयार हूं.

साक्षी मलिक ने कहा कि सारे फेडरेशन को हटाया जाना चाहिए ताकि पहलवानों का भविष्य सुरक्षित हो सके. नई फेडरेशन का गठन किया जाना चाहिए. गंदगी निचले स्तर से फैली हुई है. हम पीएम और गृह मंत्री से बात करेंगे और सारी जानकारी देंगे. कुछ मामलों पर जांच होनी चाहिए. फोगाट ने कहा कि जब हाई कोर्ट हमें निर्देश देगा तब हम सभी सबूत देने को तैयार हैं. हम पीएम को सभी सबूत सौंपने को भी तैयार हैं. मैं महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के 10-20 मामलों के बारे में जानती हूं. कई कोच और रेफरी शामिल हैं. जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती हम धरने पर बैठेंगे. कोई भी एथलीट किसी भी इवेंट में हिस्सा नहीं लेगा.