लखनऊ: एमिटी लॉ स्कूल (एएलएस), एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर द्वितीय राष्ट्रीय संकाय विकास कार्यक्रम 2020 का आयोजन किया गया। ऑनलाइन माध्यम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों की शिक्षण क्षमता और उनके ज्ञान में अभिवृद्धि करना रहा जिससे आने वाले समय में विद्यार्थियों को लाभ मिल सके।

कन्टेंपररी चेंजिंग डायमेंशन ऑफ लॉ इन इंण्डिया विद् स्पेशल रिफरेंस टू कोविड-19 विषयक इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 338 संकाय सदस्यों ने आनलाइन प्रतिभागिता की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि प्रवक्ता के तौर पर पूर्व न्यायाधीश इलाहाबाद उच्च न्यायालय जस्टिस केडी सहाय, धर्मशाष्त्र राष्ट्रीय विधि विवि. जबलपुर के कुलपति प्रोफेसर बलराज चौहान, सेंटर ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट लीगल स्टडीज, बीबीएयू लखनऊ के निदेशिका, प्रोफेसर प्रीति सक्सेना और कृति पी. मेहता स्कूल ऑफ लॉ, एनएमआईएमएस के प्रोफेसर आलोक मिश्रा ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए एमिटी विवि. लखनऊ के प्रति कुलपति डा. सुनील धनेश्वर ने कहा कि, करोना संक्रमण के कारण जीवन के सभी क्षेत्रों में परिवर्तन हुआ है। शिक्षा का क्षेत्र इससे सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में से एक है। हमें आने वाले भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने आपको माहौल के अनुकूल कुशल बनाना होगा जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा दी जा सके। उन्होंने कहा कि, एमिटी विवि. द्वारा आयोजित संकाय विकास कार्यक्रमों के जरिए संकाय सदस्यों को विषयगत आद्यतन जानकारी मिलेगी जिसका सीधा लाभ विद्यार्थियों को पहुंचेगा।