एक सप्ताह में बहराइच पहुचे 5 हजार कामगार, 5 संक्रमितो के साथ संख्या बढ़कर हुई 13

रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता

बहराइच: लाकडाउन के तृतीय चरण मे दूसरे प्रान्तो से घर की ओर आमद कर रहे कामगारो को सरकारी व्यवस्था मुहैया कराकर उनके घरो तक पहुचाने के प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के उलट प्रवासी कामगारो को निजी वाहनो से आने के लिये मोटी रकम अदा करनी पड़ रही है। जिले मे बनाये गये 3 स्क्रीनिंग सेन्टरों में एक सप्ताह के अन्दर करीब पांच हजार कामगारों के पहुचने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई और घरो की ओर रवाना कर होम क्वारन्टाइन कर दिया गया। जबकि संदिग्ध पाये गये 15 कामगारों को क्वारन्टाइन सेन्टर भेजकर उनके सैम्पल जांच हेतु लखनऊ भेजे गये। इन संदिग्धों में आज 5 कामगारो की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद बहराइच मे कोरोना संक्रमितो की संख्या 13 हो गई है, जबकि कई कोरोना संदिग्धो की रिपोर्ट आने का इंतजार है।


बुद्धा पब्लिक स्कूल के पास डीसीएम ट्रक से पहुचे मुम्बई के कामगारो ने बताया कि लाकडाउन के बाद कोई सरकारी सहायता मुहैया न होने तथा सरकारी वाहन से घर भेजे जाने की व्यवस्था न होने के बाद वह 6 मई को इस ट्रक पर सवार होकर निकले थे और ट्रक में सवार 58 कामगारो में बहराइच के सर्वाधिक 32, पड़ोसी जनपद गोण्डा के 10 व श्रावस्ती के 9 तथा मार्ग में पड़ने वाले आगरा के 3, सीतापुर के 2 व बस्ती के 2 श्रमिक शामिल है। मार्ग में अन्य जनपदो के श्रमिक को उतारकर बहराइच व श्रावस्ती के कामगार यहां पहुचे है। श्रमिको ने बताया कि बम्बई के ट्रक ड्राइवर ने उन सभी कामगारो से गन्तव्य स्थान तक पहुचाने के लिये प्रति कामगार 3 हजार रूपये किराया वसूला है और पूरी ट्रक करीब पौने दो लाख रूपये में पहुची। प्रवासी मजदूरों के अनुसार उनकी मार्ग में कहीं भी कोई जांच नही की गई और न ही रोका गया। ट्रक ड्राइवर के अनुसार मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश की सीमा के झांसी बार्डर पर पुलिस ने रोककर सभी के नाम को सूचीबद्ध किया और गन्तव्य की ओर रवाना कर दिया। सभी श्रमिको ने बुद्धा पब्लिक स्कूल के स्क्रीनिंग सेन्टर मे पहुचकर अपनी जाचं कराई।

वही प्रवासी मजदूरों की जिले मेें वापसी के दौरान प्रशासन द्वारा सभी की जांच हेतु जिले के 3 कालेजो में स्क्रीनिंग सेन्टर स्थापित कर डाक्टरो व चिकित्सा स्टाफ की तैनाती की गयी है। बहराइच-लखनऊ मार्ग के बुद्धा पब्लिक स्कूल में बनाये गये थर्मल स्क्रीनिंग सेन्टर में अब तक 5 सौ से अधिक पैदल, 350 से अधिक पिकप सवार व 25 सौ से अधिक प्रवासी मजदूर सरकारी बसों से पहुचे है। वहीं फखरपुर के चैधरी सियाराम इण्टर कालेज में बने स्क्रीनिंग सेन्टर में 12 सौ से अधिक प्रवासी श्रमिक तथा नगर के किसान पीजी कालेज में 8 मई को बनाये गये स्क्रीनिंग सेन्टर में मात्र 24 घ्ंाटे में 11 सौ प्रवासी मजदूरो की स्क्रीनिंग की गई। इन सेन्टरो पर श्रमिकों की जांच के उपरान्त डाटा एकत्र कर सभी को होम क्वारन्टीन के लिये भेज दिया जाता है। जबकि संदिग्ध पाये जाने पर स्थापित आश्रय स्थलों में भेजकर उनके नमूने जांच हेतु लखनऊ भेज दिये जाते है।

जिले के विभिन्न आश्रयो में क्वारन्टाइन किये गये 15 कोेरोना संदिग्धों के नमूने जांच हेतु लखनऊ भेजे गये थे। जिनमें 5 श्रमिको की जांच रिपोर्ट आज पाजिटिव आने के बाद जिले मेें संक्रमितो की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। सूत्रो के अनुसार इन 5 संक्रमितो में एक विराहिमपुर भिलौैरा जरवल, एक रामगांव महसी, दो गायघाट मिहींपुरवा व एक नानपारा के माघी गांव का निवासी है। जिनके संक्रमित पाये जाने के बाद प्रशासन से सभी को स्वास्थ्य टीम की निगरानी में चित्तौरा के कोविड अस्पताल में भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि एक साथ 8 कोरोना संक्रमितो के स्वस्थ होने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली थी और शीघ्र ही अन्य मरीजो के स्वस्थ होने की उम्मीद जताई थी।