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अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल से आख़िरी अमरीकी विमान के निकलने के बाद एक बयान में कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में हमारी 20 वर्षीय उपस्थिति ख़त्म हो गयी।

पश्चिमी एशिया में अमरीका की आतंकवादी सेना सेन्टकाम के कामन्डर कैन्थ मैक्केन्ज़ी ने कुछ घंटे पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि अमरीका के आख़िरी सी-17 विमान ने काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी और अफ़ग़ानिस्तान से सैनिकों के निष्कासन की प्रक्रिया पूरी हो गयी।

अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी अफ़ग़ान जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान से सैनिकों निकालने की वजह अमरीकी सेन्ट्रल कमान्ड के प्रमुख और कमान्डरों की सलाह थी। उन्होंने कहा कि कमान्डरों का ख़याल था कि सैनिकों को निकाल कर ही हम अच्छी तरीक़े से अपने सैनिकों की जानें बचा सकते हैं और अफ़ग़ानिस्तान से सुरक्षित निकल सकते हैं।

वहीँ आख़िरी अमरीकी विमान के अफ़ग़ानिस्तान से निकलते ही तालेबान ने पटाखे फोड़े और हवाई फ़ायरिंग की। तालेबान ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान अब पूरी तरह आज़ाद हो गया है और आजादी का जश्न मनाते हुए आसमान में आतिशबाजियां की गयीं और हवाई फ़ायरिंग हुई।

तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार तड़के कहा कि अमरीकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है और हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली है।