कराचीः पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने 28 साल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने की घोषणा कर दी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर ‘मानसिक प्रताड़ना’ का आरोप लगाया है। कुछ दिन पहले ही मोहम्मद आमिर ने कहा था कि राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी थकान महसूस करने के बावजूद ब्रेक मांगने से डरते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।

28 साल के क्रिकेटर ने कहा कि इस उलझन में मैच नहीं खेल सकता। मौजूदा पाकिस्तानी टीम प्रबंधन नहीं चाहता है कि मैं आगे क्रिकेट खेलू। उन्होंने 250 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लिये।

पाकिस्तान की ओर से 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले आमिर अभी लंका प्रीमियर लीग में हिस्सा लेने के लिए श्रीलंका में हैं। न्यूजीलैंड दौरे की पाकिस्तान की टीम से बाहर किए गए आमिर ने दोहराया कि पिछले साल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के उनके फैसले पर गैरजरूरी विवाद पैदा किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘मिकी आर्थर हमारे मुख्य कोच थे और कोई भी उनसे पूछ सकता है। मैं 2017 से उन्हें कह रहा था कि अगर मेरे काम के बोझ का प्रबंधन नहीं किया गया तो मुझे टेस्ट क्रिकेट छोड़ना पड़ेगा।’’

आमिर ने कहा, ‘‘समस्या यह है कि अगर पाकिस्तान क्रिकेट में कोई खिलाड़ी यह कहने की हिम्मत करता है कि वह ब्रेक चाहता है तो उसे बाहर कर दिया जाता है इसलिए खिलाड़ी अब टीम प्रबंधन से इस बारे में बात करने से डरते हैं।’’

मोहम्मद आमिर ने जून 2019 में वर्कलोड मुद्दे पर टेस्ट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। जब मुझे 35 खिलाड़ियों में नहीं रखा गया, मेरे लिए अपना रास्ता अलग करने का समय आ गया, मैं अपना भविष्य अन्यत्र तलाशूंगा।’

आमिर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास और इसके बाद होने वाली आलोचना पर भी बात की। पिछले साल टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले 28 साल के इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘लोग मेरे उम्र और संन्यास के बारे में बात करते हैं लेकिन वे यह नहीं समझते कि मैंने पांच साल क्रिकेट नहीं खेला। अगर आप अपनी कार को एक हफ्ते तक शुरू नहीं करो तो उसे भी दोबारा सही तरह से चलाने के लिए आयल बदलने की जरूरत पड़ती है।’’