संयुक्त राष्ट्र महासभा में सीरिया के हित में एक और फ़िलिस्तीन के समर्थन में 5 प्रस्ताव पास हुए। यह प्रस्ताव गरुवार को बहुमत से पास हुए।

ईरान की न्यूज़ एजेंसी फ़ार्स न्यूज़ के मुताबिक़, पहला प्रस्ताव बेवतन हुए फ़िलिस्तीनी को मदद पहुंचाने के बारे में है। यह प्रस्ताव 169 मतों से पास हुआ। इस प्रस्ताव में बेवतन फ़िलिस्तानियों की स्वास्थ्य, सामाजिक व आर्थिक हालत पर चिंता जतायी गयी है, जिसके पीछे उनकी भूमि पर इस्राईल का नाजायज़ क़ब्ज़ा असल वजह है।

दूसरा प्रस्ताव 162 मतों से पास हुआ जिसका शीर्षक था संयुक्त राष्ट्र संघ की फ़िलिस्तीनियों को मदद पहुंचाने वाली एजेंसी आनरवा के निकट पूर्व में बेवतन फ़िलिस्तीनियों को मदद पहुंचाने वाली कार्यवाहियाँ। इस प्रस्ताव में ज़ायोनी शासन से मांग की गयी है कि वह ग़ज़्ज़ा पट्टी के लिए बिल्डिंग मटीरियल की सप्लाई को सुनिश्चित करे।

तीसरा प्रस्ताव 160 मतों से पास हुआ जो बेवतन फ़िलिस्तीनियों की आय व संपत्ति के बारे में था। इस प्रस्ताव में बल दिया गया है कि बेवतन फ़िलिस्तीनी न्याय के सिद्धांत के मुताबिक़ जो आय व संपत्ति बनाते हैं, उस पर उनका अधिकार है।

चौथा प्रस्ताव 150 मतों से पास हुआ जो पूर्वी बैतुल मुक़द्दस और अतिग्रहित गोलान हाइट्स सहति अतिग्रहित फ़िलिस्तीन में इस्राईल की कालोनियों के निर्माण के बारे में है। इस प्रस्ताव में कालोनियों के निर्माण व नाजायज़ क़ब्ज़े को ग़ैर क़ानूनी और सामाजिक व आर्थिक विकास तथा शांति के मार्ग में रुकावट क़रार दिया गया है।

पांचवा प्रस्ताव 147 मतों से पास हुआ। यह प्रस्ताव पूर्वी बैतुल मुक़द्दस सहित अतिग्रहिल इलाक़ों पर फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ मानवाधिकार के उल्लंघन पर आधारित कार्यवाहियों के बारे में है। इस प्रस्ताव में पवित्र मस्जिदुल अक़्सा सहित विभिन्न इलाक़ों में फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ हिंसक व्यवहार और इस्राईलियों के हाथों फ़िलिस्तीनियों की हत्या पर गहरी चिंता जतायी गयी है।

छटा प्रस्ताव सीरिया की गोलान हाइट्स के बारे में था। यह प्रस्ताव 151 मतों से पास हुआ। इस प्रस्ताव में, सीरिया के गोलान हाइट्स इलाक़े के स्वरूप को बदलने की इस्राईली सरकार की सभी कार्यवाहियों को ग़ैर क़ानूनी व अमान्य क़रार दिया गया है।