डिजीटल क्रांति केवल मोबाइल कनेक्टिविटी ही नहीं अपितु आपकी रोजमर्रा की जरूरतों, लोगों के तेज और बेहतर तथा सुविधाजनक जीवन से आई है। मोबाइल की गहरी पैठ, ने सामाजिक गतिशीलता, और सरकार समर्थित राष्ट्रीय अभियानों को भी गति मिली है, इस महान भारतीय डिजीटल ने सभी पुलों को पार करते हुए भारत के लिए एक नई क्रांति पेश की है।

‘डिजीटल इण्डिया‘ के बाद पेश किए गए ‘भारत बिल पेमेंट्स सिस्टम‘। एनपीसीआई की योजना है कि पूरे देश में बिलों का डिजीटली भुगतान किया जाए। इसके लिए नेशनल पेमेंट्स काॅरपोरेशन और इण्डिया ने एक एकीकृत आॅनलाइन प्लेटफार्म विकसित किया है, बीबीपीएस ने देश के ई-स्वप्न को एक नई साख दी है।

भारत में बिल भुगतान की त्रिस्तरीय संरचना जो कि एक ही ब्राण्ड इमेज के साथ पेश की गई है, जहां एक ही प्लेटफाॅर्म सभी उपयोगिता सेवा कम्पनियों को एक छोर पर और दूसरे छोर पर सभी भुगतान सेवा प्रदाता कम्पनियों को पेश कर रहा है। इस प्रक्रिया अपने कार्यों से पूरे देश में डिजीटल नेटवर्क कायम करेगा जो कि सभी प्रकार के भुगतानों को अंततः इस डिजीटल प्लेटफाॅर्म के माध्यम करने में सक्षम बनाया जा सकेगा।

बीबीपीए का लक्ष्य सभी प्रकार के उपयोगिता सेवा के हर प्रकार के बिलों का नियमित भुगतान इस माध्यम से शुरू किए जाने का है जिनमें पानी, डिटीएच, बिजली, टेलीकाॅम सेवा इत्यादि शामिल हैं। वर्तमान विस्तार तो इसका चेहरा मात्र है, जो अनुभव पर आधारित है और इससे भारती रिजर्व बैंक से अनुमति मिलने के बाद इस सेवा का अन्य प्रतिनिधित्व भुगतानों जैसे स्कूल फीस, यूनिवर्सिटी फीस, नगर पालिका के कर, म्यूच्युअल फण्ड्स और बीमा प्रीमियम के साथ ही अन्य भुगतान भी इसमें शामिल किए जाएंगे।

यह सिस्टम ‘किसी भी समय, कही पर भी‘‘ परिकल्पना के असली सार को उदाहरण के साथ पेश करेगा ताकि ग्राहक पूरे देश में इसके रिटेल प्वाइंट्स से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, मोबाइल वाॅलेट और नेट बैंकिंग (आइएपीएस, एनईएफटी) के माध्यम से बिलों का भुगतान कर सकें। इन बीबीपीएस आउटलेट्स में बैंक, एटीएम्स, बिजनेस काॅरपोडेंट, कियोस्क आदि को भी शामिल किया जाएगा और भुगतान एनपीसीआई नेटवर्क के माध्यम से सुरक्षित रूप से किया जाएगा। इसके अलावा अधिकृत संस्थाओं के माध्यम से बीबीपीए बीबीपीओयूज के एजंेट्स, पेमेंट गेटवे, बैंक बिलर, सेवा प्रदाता और अन्य सस्थाओं को भुगतान सेवाओं की पेशकश प्रदान करेगा।

बीबीपीएस ग्राहकों को बिलों के भुगतान के लिए समर्थकारी बनाएगा ताकि वे अपने किसी भी बिलर के बिल का भुगतान एक मल्टीपल प्वाइंट पर बहुद्देशीय तरीको यथा नकद, कार्ड, कार्ड वाॅलेट, नेट बैंकिंग और आईएमपीएस के साथ ही अन्य यह भुगतान सेवा प्वाइन्ट्स सर्वव्यापी बनानें की संभावना है यह वे अपने कार्य स्थल अथवा घर के समीप ही उपलब्ध बिलों का भुगतान कर सकें। इस प्रकार यह प्लेटफाॅर्म भुगतान क्षेत्र के सभी मौजूदा खिलाडि़यों को पहचान करेगा और फिर उन्हें एक भारत बिल पेमेंट आॅपरेटिंग यूनिट्स (बीबीपओयू) के रूप् में काम करवाएगा ताकि वे लेनदेन और निपटान को सभांल सकें और आवश्यकताओं को पूरी कर सकें।

डिजीटल ट्रैक पर इन नवाचारी गतिविधियों के साथ ही यह सिस्टम भुगतान की रसीद त्वरित एसएमएस या ईमेल के माध्यम से उपलब्ध करवाएगा जो कि ग्राहक और भागीदार के लिए सुविधापूर्ण होने के साथ ही महत्वपूर्ण रूप से संग्रहन और निष्पादन में आने वाली जोखिम को कम कर सकेगा।

एक केन्द्रीयकृत सेवा होने के का अर्थ उद्योग की शर्तों का भी स्टेण्डराइज्ड किया जाएगा, जो कि आपकी भुगतान प्रक्रिया को बहुत अधिक आसान बना देगा। ऐसी कम्पनियां जिनकी पूरे देश में मजबूत उपस्थिति है उन्हें इसका सर्वाधिक लाभ मिल सकेगा क्यों कि अब वे इन आउटलेट्स के माध्यम से और अधिक उत्पादनशील हो सकेंगी क्यों कि बिल संग्रहण है, और वे अपने मौजूदा नेटवर्क का और अधिक विस्तार कर सकेंगी।

एक केन्द्रीयकृत क्रियाविधि उन्हें सेल्फ सर्विस मोड आॅफ पेमेंट की सुविधा भी प्रदान करेगा और बिलों के नकद भुगतान की से ई-भुगतान की सुविधा देगा। बीबीपीएल इस प्रकार न केवल खर्च को कम करेगा अपितु ग्राहकों को सक्रिय धोखेबाजी पर नियंत्रण रखे के साथ ही किसी प्रकार के जोखिम से राहत प्रदान करेगा।

बीबीपीए मौजूदा नेटवर्कों की परस्पर निर्भरता लाएगा, सेवा प्रदाताओं को एकजुट करेगा तथा एक एकीकृत इकोसिस्टम का निर्माण करेगा  जोकि भारत डिजीटलता की ओर का सुक्ष्म कार्यसूची के रूप में होगा। 

नवीन सूर्या, प्रबन्ध निदेशक, इट्जकैश