नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम का समय बचा है और ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी ओर से ताल ठोकने लगे हैं। राजनीतिक दलों से ज्यादा नेताओं के प्रशंसक आगामी चुनावों को लेकर उत्सुक दिख रहे हैं। वे तरह-तरह के पोस्टर लगाकर विरोधियों को चित्त करने की कोशिश में अपने ही नेताओं की किरकिरी करने से भी बाज नहीं आ रहे।

ऐसे ही एक मामले में हाथरस ज़िले में रविवार रात अंबेडकर शोभायात्रा में शामिल एक झांकी में मायावती को काली मां के रूप में दिखाया गया। इस झांकी में मायावती केंद्रीय शिक्षामंत्री स्मृति ईरानी की मुंडी थामे हुए है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को मायावती के पैरों पर लेटे हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके सामने हाथ जोड़े दिखाया गया। साथ ही पोस्टर पर लिखा गया है, ‘बहिन जी हमें माफ करो, हम आरक्षण बन्द नहीं करेंगे।’

हालांकि जब पुलिस को इस पोस्टर के बारे में पता चला तो उसे तुरंत फाड़ दिया गया, लेकिन पोस्टर ने विरोधियों को मायावती और उनकी बहुजन समाज पार्टी पर हमला करने का मौका तो दे ही दिया।

बता दें कि ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले वाराणसी में उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का एक पोस्टर सामने आया था, जिसमें उन्हें कृष्ण के रूप में और यूपी को द्रौपदी के रूप में दिखाया गया था। पोस्टर में विपक्षी नेताओं को यूपी का चीरहरण करते दिखाया गया था।