नई दिल्ली: कल से संसद में शुरू होने वाले बजट सत्र के दूसरे चरण में भाजपा और कांग्रेस के बीच टशन होना तय है। कांग्रेस जहां उत्तराखंड की राजनीतिक स्थिरता पर निंदा प्रस्ताव और बहस कराने की मांग पर अड़ी है वहीं भाजपा नीत सरकार ने साफ कर दिया है वो किसी भी सूरत में इस मसले पर बहस की इजाजत नहीं देगी।

गौरतलब हो कि 15 दिन के लोकसभा सत्र से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में देशभर में सूखे की स्थिति पर सभी ने चिंता जताई और ये निर्णय लिया गया कि लोकसभा में इस मुद्दे पर चर्चा होगी।

बैठक खत्म होने के बाद महाजन ने मीडिया को जानकारी दी कि सभी दलों ने उत्तराखंड के राजनीतिक संकट पर भी बहस कराने की मांग की लेकिन उन्होंने कहा, चूंकि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए 27 मार्च से पहले इस मसले पर बहस नहीं कराई जा सकती। गौरतलब हो कि कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि वह इस सत्र में भाजपा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाएगी।

महाजन ने जानकारी दी कि 15 दिन के इस सत्र में वित्तीय बिल पर भी चर्चा कराई जाएगी।  इसके अलावा सभी पार्टियों ने इस सत्र को शांतिपूर्ण तरीके से चलने देने के लिए अपना भरोसा जताया।