लखनऊ: केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भीमराव अम्बेडकर को याद करते हुए कहा कि लोगों के लिए लाइफ इंश्योरेन्स की सोच बाबा साहब की ही थी। लाइफ इंश्योरेन्स पॉलिसी के बिल को संसद में पास कराने में भी अम्बेडकर ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश के हर एक व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए काम कर रही है। ईएसआई का लाभ अब केवल संगठित क्षेत्र को ही नहीं, बल्कि कामगारों में 85 फीसदी हिस्सा रखने वाले असंगठित क्षेत्र के कामगारों को भी मिलेगा।
वह बुधवार को यहां सरोजनीनगर स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम के 100 बेड के ईएसआई अस्पताल और ट्रॉमा सेन्टर का उद्घाटन करने के बाद आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य के लिए रोटी, कपड़ा और मकान के साथ अब शिक्षा और स्वास्थ्य भी प्राथमिकता पर है। केन्द्र सरकार ने देश के हरेक व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए जन धन योजना, जीवन ज्योति और अटल योजना शुरू की। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में ईएसआई अस्पताल के अपग्रेडेशन और ट्रामा सेन्टर खोले जाने पर श्रम एवं रोजगार विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें अभी यह नहीं मालूम कि इस ट्रॉमा सेन्टर को कौन चलाएगा, लेकिन जो भी चलाए वह ठीक से चलाए।
इस मौके पर केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बंगारू दत्तात्रेय ने कहा कि सरकार ईएसआई अस्पतालों का लाभ आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा वर्कर, मिड डे मील कर्मी और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को भी देगी। अस्पतालों में एलोपैथिक के अलावा आयुष (आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी) पद्धतियों से भी इलाज होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जमीन उपलब्ध कराए तो केन्द्र पूरे प्रदेश 120 डिस्पेन्सरी और 40 अस्पताल बनाने को तैयार है। कानपुर के ईएसआई अस्पताल को जल्द ही 300 बेड का मॉडल अस्पताल बनाया जाएगा। वाराणसी के ईएसआई अस्पताल को राज्य सरकार केन्द्र को दे देती है, तो उसे 50 बेड का सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल तैयार कर दिया जाएगा।
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