लखनऊ: समाजवादी नेता और भारत के प्रधानमंत्री रहे चन्द्रशेखर की जयंती के उपलक्ष्य में सपा मुख्यालय स्थित लोहिया सभागार में आयोजित कार्यक्रम में चन्द्रशेखर को श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात् शिवपाल सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर ने हमेशा जनसंघर्षों की अगुवाई की। उन्होंने आचार्य नरेन्द्र देव से समाजवाद की दीक्षा ली और जीवनपर्यंत समाजवाद और लोकतंत्र को मजबूत करते रहे। वे बुनियादी तौर पर हर तरीके के अन्याय, भ्रष्टाचार व गैर बराबरी के धुर विरोधी थे। उन्होंने सदन में पक्ष-विपक्ष से परे एक निष्पक्ष परम्परा डाली और पूरी ईमानदारी से इसे आगे बढ़ाया। वे हमेशा लोहिया की स्वदेशी विचारधारा को आगे बढ़ाते रहे। न केवल भारतीय अपितु बी.पी. कोइराला व शैलजा आचार्य जैसे नेपाल के समाजवादियों से भी उनके अतिमधुर संबंध रहे हैं। अपने प्रधानमंत्रित्व काल में उन्होंने खाड़ी युद्ध के दौरान उपजे भुगतान संतुलन के संकट से गुजर रही भारतीय अर्थव्यवस्था को संभाला। आज चन्द्रशेखर जैसे नेताओं की देश को बहुत जरूरत है। इसके पूर्व शिवपाल सिंह ने भारत के महान चिन्तक, दार्शनिक, शिक्षविद् व पूर्व राष्ट्रपति डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए कहा कि हमारे देश के बुद्धिजीवियों को राधाकृष्णन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस तरह अपने ज्ञान का प्रयोग देश और समाज के हित और विकृतियों को दूर करने के लिए किया जाए। राधाकृष्णन का हिन्दुत्व सभी को समाजिक सौहार्द के स्नेहासिक्त धागे से बाँधता है जो हमें कबीर और स्वामी विवेकानन्द के करीब लाता है। इसके विपरीत हेडगेवार व गोलवलकर का हिन्दुत्व विभाजनकारी है। हमारा आदर्श सर्वपल्ली का हिन्दुत्व है न कि आर.एस.एस. का।