मुंबई। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 125वीं जयंती पर रोहित वेमुला की मां राधिका और छोटे भाई राजा मुंबई के एक कार्यक्रम में बौद्ध धर्म अपनाने जा रहे हैं। बौद्ध सोसायटी ऑफ इंडिया इस कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है जिसमें ‘जस्टिस फॉर वेमुला’ आंदोलन से जुड़े समर्थक भी शामिल रहेंगे।

बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि वेमुला के आखिरी पत्र में इस बात का संकेत भी मिला था। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को रोहित की मां के कहने पर रखा गया है। उन्होंने कहा, ‘रोहित की मां ने मार्च में मुझसे ये विचार साझा किया था। उन्होंने कहा था कि बाबासाहेब की जयंती पर वह आधिकारिक रूप से बौद्ध धर्म स्वीकार कर लेंगी।’

रोहित के भाई का कहना है कि रोहित ने भले ही धर्म नहीं बदला था, लेकिन उसकी विचारधारा और झुकाव बौद्ध धर्म की तरफ था। उनका कहना है कि दलित होने की वजह से हिंदू समाज में उसे जिस तरह का भेदभाव झेलना पड़ा, वही उसकी खुदकुशी की वजह बना।

वेमुला ने इसी साल जनवरी के महीने में अपने हॉस्टल रूम में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना ने देशभर में प्रदर्शनों की लंबी श्रृंखला की शुरुआत हुई थी। अब रोहित की मां और भाई के धर्म परिवर्तन की खबर ने सभी को हैरान कर दिया है। रोहित की मां का धर्म परिवर्तन दादर के अंबेडकर भवन में किया जाएगा। धर्म परिवर्तन का यह कार्यक्रम सात से आठ मिनट में खत्म हो जाएगा।