मई 1992 में लांच किए गए यूटीआई इक्विटी फण्ड का लक्ष्य अपने-अपने क्षेत्रों में शीर्ष शेयर्स के विविध पोर्टफोलियों में निवेश के माध्यम से पूंजी अधिमूल्यन उत्पन्न करना है। इसका लक्ष्य पूरे बाजार पूंजीकरण में पोर्टफोलियो के लार्ज कैप्स के तुलनात्मक करीब 81 प्रतिशत में निवेश करना है।

यूटीआई इक्विटी फण्ड को दिसम्बर 2015 में समाप्त हुई तिमाही में क्रिसिल ने इस फण्ड को अजय त्यागी मैनेज करते हैं। सीपीआर 2 रैंकिग प्रदान की है। यह रेटिंग इसका इस श्रेणी में अच्छे प्रदर्शन का संकेत है। 

इस फण्ड का प्रबन्धन अजय त्यागी द्वारा किया जाता है।31, मार्च, 2016 को यूटीआई इक्विटी फण्ड ने 11.92 प्रतिशत रिटर्न (सीएजीआर) दिया जो कि इसकी स्थापना के समय की 9.80 प्रतिशत का एक बैंक मार्क कहा जा सकता है।

मई 1992 में जब इस स्कीम को लागू किया गया था उस समय एकमुश्त राशि 10000 रुपए का निवेश एस एण्ड पी बीएसई के बैंच मार्क 89304 रुपए के विरुद्ध मार्च 2016 को अधिमूल्य होकर 147285/ हो गया।

फण्ड का लगातार प्रदर्शन भी निम्नतम उतार चढ़ाव या बाजार रिस्क ( विचलन मापदण्ड के पैमाने से) के साथ जुड़ा रहा। एसएण्डपी बीएसई 100 के वर्ष दर वर्ष 31 मार्च 2016 को समाप्त हुई अवधि के 16.6 प्रतिशत की तुलना में 15.2 प्रतिशत रही।

बाज़ार पूंजीकरण की दृष्टि से देखा जाए तो, यह फण्ड इसकी लार्ज कैप में 81 प्रतिशत इक्विटी में लार्ज कैप स्टाॅक जो कि 31 मार्च, 2016 को था पर आधारित थी।

जनादेश के अनुसार, इस फण्ड ने अपना विविध पोर्टफोलियो बरकरार रखा है। स्तर के क्षेत्र से देखा जाए तो इस फण्ड ने शीर्ष पांच क्षेत्रों में 81 प्रतिशत एक्सपोजर दिया है। 31 मार्च, 2016 को इस फण्ड ने विभिन्न वित्तीय सेवाओं में अपना अधिभार प्रदर्शित किया जिनमें आईटी, फार्मा, कंजूमर गुड्स,  और धातु और तेल व गैस जैसे क्षेत्र इनमें प्रमुख हैं। इस फण्ड ने प्रसिद्ध एवं अनुसंधानित कम्पनियों जैसे एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईटीसी, इण्डसइण्ड बैंक, टीसीएस, सन फार्मास्युटिकल, यस बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड में अपनी लगातार पकड को शीर्ष बनाए रखा।