कोलकाता। तपती गर्मी के बावजूद पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी जिलों के 18 निर्वाचन क्षेत्रों में सोमवार को 40 लाख मतदाताओं में से 80 फीसदी से भी अधिक ने मतदान किया। उधर असम में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सोमवार को 65 विधानसभा सीटों पर 70 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया।

कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे पुरुलिया की नौ, बांकुरा की तीन और पश्चिमी मिदनापुर की छह सीटों के लिए मतदान शुरू हुआ। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा मतदान अब तक शांतिपूर्ण रहा। अंतिम रिपोर्ट के मुताबिक, सभी 18 निर्वाचन क्षेत्रों में 80 फीसदी से ज्यादा दर्ज किया गया। 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय चार बजे तक था, लेकिन कुछ मतदान केंद्रों में इसके बाद भी मतदाता कतार में खड़े थे।

नक्सलवाद प्रभावित माने जाने वाले 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया के समय को दो घंटे कम कर दिया गया था और यहां मतदान शाम चार बजे ही समाप्त हो गया। मतदान के दौरान हिंसा की कोई खबर नहीं मिली।

पश्चिम मिदनापुर में औसत 80.44 फीसदी, बांकुरा में 79.48 फीसदी और पुरुलिया में 78.49 फीसदी मतदान हुआ है। पांच अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान शाम छह बजे तक जारी रहा। यह पांचों क्षेत्र पुरुलिया जिले के हैं। अधिकारी ने कहा कि और अधिक मतदान होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि दिन भर में 300 शिकायतें मिली हैं। हिंसा की कोई खबर नहीं मिली ।

अधिकांश शिकायतें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी के बारे में थीं, जिनका जल्दी निपटारा कर दिया गया। पहले चरण के मतदान में 40,09,171 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस चरण में 133 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला होना है।

पुरुलिया विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र अधिकारी को मतदाताओं को प्रभावित करने के आरोप के बाद वहां से हटा दिया गया। वहीं पुरुलिया में मनबाजार निर्वाचन क्षेत्र के तहत पियलसोल गांव में मतदाताओं के एक वर्ग ने मतदान का बहिष्कार किया।

गांववासियों ने गांव में विकास न होने की शिकायत करते हुए कहा कि चुनाव बहिष्कार करने का फैसला पहले से ही ले लिया गया था। चुनाव मैदान में उतरे प्रमुख उम्मीदवारों में तृणमूल के राज्य मंत्री सुकुमार हंसदा और गोपीवल्लभपुर से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पुलिन बिहारी बास्के शामिल हैं। हंसदा झारग्राम विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं।

कांग्रेस और वाम मोर्चा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता तीनों जिलों के कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोप को गलत बताया है। 18 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हो रहे इस चुनाव में तृणमूल, कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मैदान में हैं।

मतदान केंद्रों के इर्दगिर्द कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। नक्सल प्रभावित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में हर मतदान केंद्र की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल के कम से कम 10 जवानों को तैनात किया गया। सुरक्षा के लिहाज से हेलीकॉप्टरों के अलावा एक एयर एंबुलेंस और त्वरित प्रतिक्रिया टीम तैनात रही।

562 मतदान केंद्रों पर वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) की भी व्यवस्था की गई। इसके तहत वोटिंग मशीन से प्रिंटर जैसा एक उपकरण जुड़ा होता है। जब मत डाला जाता है तो इससे एक रसीद मिलती है, जिस पर क्रमांक, नाम और प्रत्याशी का निशान अंकित होता है। यह रसीद पुष्टि करती है कि मत पड़ चुका है और मतदाता इससे जुड़े विवरण की जानकारी ले सकता है। राज्य में आखिरी चरण का मतदान पांच मई को होगा।

असम में 70 फीसदी से ज्यादा वोटिंग

उधर असम में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सोमवार को 65 विधानसभा सीटों पर 70 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खाड़े ने बताया कि हमने शाम 3.30 बजे तक रिकॉर्ड 61.34 फीसदी मतदान दर्ज किया। मतदान शांतिपूर्ण बना हुआ है। कुछ इलाकों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कुछ दिक्कतें पेश आई थीं, लेकिन उन्हें तुरंत दूर कर दिया गया था।

मतदान राज्य के 17 जिलों में फैले 12 हजार 190 मतदान केंद्रों पर हो रहा है। ये मतदान केंद्र मुख्यत: ऊपरी असम, ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे और बराक घाटी में स्थित हैं। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने तिताबार निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया और लोगों से भारी संख्या में मतदान में भाग लेने की गुजारिश की। गोगोई तिताबार निर्वाचन क्षेत्र से खड़े हुए हैं।

गोगोई ने अपना वोट डालने के बाद बताया कि लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती का प्रतीक है। पहले चरण में कुल 12 हजार 190 मतदान केंद्रों में से 78 पूरी तरह से महिला मतदान केंद्र हैं। इनका पूरा जिम्मा महिला अधिकारियों के कंधे पर है।

इसके अलावा 134 ‘मॉडल’ मतदान केंद्र हैं, जिनमें मेडिकल टीम, भोजनालय व अन्य सुविधाएं हैं। इन मॉडल मतदान केंद्रों में माताओं के साथ आने वाले बच्चों को फ्री टॉफियां दी जा रही हैं। इन केंद्रों पर सबसे बुजुर्ग मतदाता के हाथों पौधा भी लगवाया जा रहा है।

असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष व राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उन पर पार्टी को जीत मिलेगी।

सोनोवाल ने माजुली के गोर्मुर में एक मतदान केंद्र पर संवाददाताओं से कहा कि हम देख सकते हैं कि राज्य में लोग एक बदलाव के लिए तड़प रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि वह इस बदलाव के लिए हमें वोट देंगे। राज्य में द्वितीय और अंतिम चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा।

कुल 95 लाख 11 हजार 732 मतदाता मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और माजुली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल सहित 539 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इन मतदाताओं में 45 लाख 95 हजार 712 महिलाएं हैं।