मुख़्यमंत्री ने पांच लाख की सहायता का किया ऐलान

सैफई (इटावा) उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे सैफई थाने के सामने लकडी के खोखो मे आग लगने से एक दुकानदार की हुई मौत हो गई । शार्ट सर्किट के कारण हुए हादसे के चलते लकड़ी की 7 दुकाने  जलकर खाक हो गये । दुकानदारों का लाखो का नुकसान हुआ है। सैफई मे अपने आवास पर मौजूद मुख्यमंत्री को जैसे ही इस वाक्ये की जानकारी मिली उन्होने मरने वाले चाट विक्रेता के परिजनो को पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता के अलावा अन्य पीडितो की मदद का ऐलान किया है।

सैफई के पुलिस उपाधीक्षक अरुण दीक्षित व दमकल विभाग के  पुलिस उपाधीक्षक शिवदयाल शर्मा ने आज यहॉ बताया कि आज तडके 4 बजे के आसपास सैफई थाने के सामने रखे लकडी के खोखो मे एकाएक आग लगने के कारण करीब आधा दर्जन के आसपास दूकानो मे आग लग गई । आग लगने की खबर मिलने के बाद मौके पर दकमल कर्मियो ने गाडियो की मदद से आग पर काबू पा लिया लेकिन इन दुकानो मे रखे गैस सिलेंडरो के फटने के कारण आग फिर बिफर गई । तीन सिलेंडरो मे घमाका हुआ है । धमाका इतना तेज था कि आधा हिस्सा व कढ़ाई घटना से 100 मीटर दूर थाना सैफई के परिसर में जा गिरी। उन्होने बताया कि एक खोखा चाट विक्रेता का नाम वीरेंद्र सिंह निवासी नगला झाल थाना कुर्रा का था जिसमे वो खुद सोया हुआ था आग लगने के कारण उसकी दर्दनाक मौत हो गई है।

तडके हुए हादसे के कारण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अफसरो की ओर से इस वाक्ये की जानकारी दी गई तो उन्होने हादसे मे शिकार हुए चाट विक्रेता वीरेंद्र सिंह के परिजनो को पांच लाख की सहायता और अन्य दुकानदारो का जिनका नुकसान हुआ है आर्थिक सहायता देने के निर्देश अफसरो को दिये हुए है ।

इन दुकानदारों को हुआ नुकसान

भीम रतन की मोबाइल की दूकान में रखे लगभग विभिन्न टेलीफ़ोन कम्पनियो के लगभग 1 लाख रूपये मूल्य के रिचार्ज कूपन

संजय सिंह नगला सुभान की अंडा की दूकान में लगभग 30 हजार का नुकसान,

बिरेन्द्र सिंह उम्र 45 साल झाल कुर्रा

टिक्की चाट की दूकान की मृत्यु व 40 हजार का नुकसान,

कमलेश हलवाई का फ्रिज़ काउंटर  का लगभग 2 लाख का नुकसान,

प्रमोद हलवाई का 1 लाख का नुकसान,

मुकेश लछवाई पेठा परचूनी की 50 हजार के नुकसान,

बाल कटिंग की मनोज नाई का लगभग 50  हजार का नुकसान हो गया।

आग कैसे लगी इसका कारण पता करने में जुटी पुलिस

सैफई थाना पुलिस व फायर सर्विस पुलिस आग लगने के कारणों व बीरेंद्र सिंह की मौत के कारण का को जानने का प्रयास में जुटी है कि मौत कैसे हुई। आग लगने पर दूकान में लेता बीरेंद्र बाहर क्यों नहीं निकल सका। ठोस कारण तो पोस्टपार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेंगे।

फ़िलहाल जो तथ्य सामने आये है उसमे ये अंदाज लगाया जा रहा है कि मृतक ने हीटर पर आलू उबालने के लिए रखे होंगे जिससे वो बिजली से चिपक गया और मर गया उसके बाद ही आग अन्य दुकानों में लगी होगी। क्यों कि मृतक की बॉडी के पास हीटर भी पड़ा मिला है।

सैफई में दुकानों में आग लगने और उससे होने वाले नुकसान का ये पहला मामला नहीं है इससे पूर्व 1 साल पहले सैफई के पीजीआई चौराहे पर भी बिजली के शार्टसर्किट

से आग लगने से 5 दुकाने जलकर राख हो गयी थी और लाखो का नुकसान हुआ था। उन सभी दुकानों में चोरी से हीटर और फ्रिज़ पंखे चलते थे। ठीक इसी तरह का हादसा 4 साल पहले भी  सैफई थाने के सामने हुआ था जिसमे एक परचून, टीवी, पीसीओ, नाई, की दूकान में आग से लाखो का नुकसान हो गया था।

विजली विभाग के कर्मचारी 100 रूपये लेकर देते है लकड़ी की दुकानों में बिजली

विजली विभाग के लाइनमेन 100 रूपये लेकर इन लकड़ी के दुकानदारो को जुगाड़ से बिजली दे देते है और दुकानदार भी हीटर, फ्रिज, कूलर, पंखे सभी चोरी की बिजली से चलाते है इससे बिजली विभाग को लाखो का चूना लग रहा है विजली विभाग अगर इन लकड़ी की दुकानों पर शिकंजा कस देता और पूर्व में हुए 2 हादसों से सबक ले लेता तो ये घटना नहीं होती।