राज्यपाल ने संसदीय कार्यमंत्री की योगयता पर उठाया सवाल 

लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक ने विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां की टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को पत्र लिख कर आजम खां की योग्यता पर सवाल खड़ा किया है। राज्यपाल ने शुक्रवार को इस बारे में यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी यह पत्र भेज रहे हैं।

नाईक ने बीती आठ मार्च को विधानसभा की कार्यवाही के दौरान राज्यपाल पर की गई आजम खां की टिप्पणी की असम्पादित मुद्रित प्रति और आडियो/वीडियो की सीडी माता प्रसाद पांडेय से उपलब्ध कराने को कहा था। मांगी गई सारी सामग्री राज्यपाल को 15 मार्च को उपलब्ध करा दी गई थी। इसी बारे में राज्यपाल राम नाईक ने पत्र भेजकर विधानसभा अध्यक्ष से कहा है कि राज्यपाल के प्रति की गई टिप्पणी में से 33 प्रतिशत पंक्तियों को हटाना यह दर्शाता है कि आजम खां की भाषा विधानसभा की गरिमा, मर्यादा और परम्परा के अनुकूल नहीं है।

राज्यपाल ने पत्र में कहा है कि सदन में संसदीय कार्य मंत्री का वक्तव्य उनके संसदीय कार्य मंत्री की योग्यता पर प्रश्नचिन्ह के समान है कि क्या वे इस योग्य हैं? नाईक का कहना है कि इस विषय पर मुख्यमंत्री से मुझे विचार करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि राज्यपाल मुख्यमंत्री से आजम खां को मंत्रिमंडल से हटाने को कह सकते हैं। 

इसके अलावा जनहित से जुड़े मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष की टिप्पणी पर भी राज्यपाल ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मेरे लम्बे राजनीतिक जीवन से एवं राज्यपाल पद के कार्यकाल की अवधि से आप भलीभांति अवगत होंगे कि मैं किस प्रकार जनहित से जुड़े मुद्दों के प्रति संवेदनशील रहा हूं। नाईक ने माता प्रसाद पांडेय से इस सम्बंध में मिलकर चर्चा करने की इच्छा जताई है।