बागियों के खिलाफ उत्तराखंड में कांग्रेस ने चलाया ऑपरेशन क्लीन 

देहरादून। उत्तराखंड संकट पर कांग्रेस ने कड़ा रुख अपना लिया है। कांग्रेस ने आज बागी विधायक विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ और साकेत को पार्टी ने निकाल दिया है। पार्टी ने सौरभ और साकेत को 6 साल के लिए निष्कासित किया है। इससे पहले कांग्रेस ने 9 जिले की कमेटियों को भी भंग कर दिया।

साथ ही ब्लॉक लेवल पर भी कई कमेटियों को भंग किया गया। इस बीच हरीश रावत ने राहुल गांधी से फोन पर बात की और भरोसा दिलाया कि सदन में वो बहुमत साबित कर लेंगे। इधर बीजेपी आज शाम कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करने जा रही है।

वहीं कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत के समर्थकों पर हरीश रावत सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। हरीश रावत ने मंडी समितियों के अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया है। देहरादून मंडी समिति अध्यक्ष रवींद्र सिंह, हरिद्वार मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा, ऋषिकेश मंडी समिति अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, लक्सर मंडी समिति अध्यक्ष भीम सिंह, जसपुर मंडी समिति अध्यक्ष हीरा सिंह और सितारगंज मंडी समिति के अध्यक्ष अमरजीत को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है।

यही नहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने देहरादून के रायपुर ब्लॉक, जनपद हरिद्वार के रुड़की एवं खानपुर की ब्लॉक एवं नगर, जनपद उधमसिंहनगर के सितारगंज, जनपद रूद्रप्रयाग के समस्त ब्लॉक एवं नगर जनपद नैनीताल के रामनगर, जनपद उधमसिंहनगर की जसपुर ब्लॉक व टिहरी गढ़वाल की नरेन्द्रनगर ब्लॉक व नगर कांग्रेस कमेटी के साथ ही इन सभी ब्लॉकों की बूथ कांग्रेस कमेटी, बाजार कांग्रेस कमेटी एवं ग्राम कांग्रेस कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है।

ये सभी लोग सदन में बगावत करने वाले 9 बागियों के क्षेत्र के कांग्रेसी दिग्गज है। हरीश रावत एक तरफ जहां सरकारी पदों पर पदस्थापित बागियों के नजदीकियों की बर्खास्तगी में लगे हैं वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष संगठन में मौजूद उनके करीबियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं।