लखनऊ: ऑल इंडिया मुस्लिम मंच ने एम आई एम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असद उद्दीन ओवैसी को लखनऊ में सभा करने की अनुमति न देकर राज्य सरकार ने कायरता का परिचय दिया है ।

मुस्लिम मंच के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ आफताब अहमद, प्रांतीय महासचिव डॉ शकील सिद्दीकी और मोहम्मद नफीस कुरैशी ने समाजवादी सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार आरएसएस जैसे सांप्रदायिक संगठनों की कठपुतली बन कर रह गई है। और उसी के इशारों पर काम कर रहीहै । उन्होंने अपने बयान में कहा कि सरकार ने असद उद्दीन ओवैसी की प्रस्तावित जनसभा को यह कहकर अनुमति देने से इनकार कर दिया कि ओवैसी के भाषण से माहौल खराब हो सकता है ।मुस्लिम मंच के ने सवाल किया कि अगर ओवैसी के भाषण से माहौल खराब हो सकता है तो प्रवीण तोगड़िया, आदित्य नाथ, उमा भारती साक्षी महाराज जैसे नेताओं से क्या माहौल खराब नहीं होता। उन लोगों को सरकार व प्रशासन कैसे अनुमति देती है। बयान  में कहा गया कि असद उद्दीन एक मुस्लिम नेता हैं जिन्हें पूरे भारत न केवल मुसलमानों बल्कि शांतिपूर्ण देशवासियों की भरपूर समर्थन मिल रहा है। उनके तेजी से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार डर गई है। असादुद्दीन  ओवैसी ने मुसलमानों की समस्याओं को जिस तरह से संसद में उठाया है इससे समाज समाजवादी पार्टी को खतरा महसूस हो रहा है कि वे 2017  ई0  के चुनाव में कहीं बेनक़ाब न हो जाए। बयान में कहा गया कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार मुसलमानों के साथ आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी जैसा व्यवहार कर रही है। इसका खामियाजा उसे आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।