मुंबई: एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने आज स्टार्ट-अप कंपनियों की सभी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी तरह का पहला समाधान स्मार्टअप नाम से पेश किया। बैंक ने इसे मुंबई स्थित जोन स्टार्ट-अप्स इंडिया के साथ मिल कर शुरू किया है, जो एक स्टार्ट-अप एक्सेलरेटर है। स्मार्टअप को किसी स्टार्ट-अप कंपनी की बैंकिंग एवं भुगतान समाधान, सलाह और विदेशी मुद्रा सेवाओं से जुड़ी सारी जरूरतों को पूरा करने के अनुरूप बनाया गया है।

यह पहल स्टार्ट-अप के क्षेत्र में नवोन्मेष और उद्यम की भावना को प्रोत्साहित करने वाला परितंत्र विकसित करने के लिए एचडीएफसी बैंक की एक व्यापक कोशिश का एक हिस्सा है। जोन स्टार्टअप्स इंडिया का गठन बीएसई इंस्टीट्यूट (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की सहायक इकाई), रियरसन यूनिवर्सिटी के एक्सेलरेटर डिजिटल मीडिया जोन, रियरसन फ्यूचर्स इंक और साइमन फ्रेजर यूनिवर्सिटी के बीच साझेदारी में हुआ है।

स्मार्टअप के फायदों में पहले 6 महीनों के लिए बिना न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता के बढ़ी   हुई लेन-देन सीमा, अपनी श्रेणी में सर्वोत्तम सुविधाओं और सबसे अधिक संख्या में उत्पादों के साथ अपनी जरूरतों के मुताबिक तैयार वेतन खाता (सैलरी एकाउंट),पेजैप व्यापार के लिए – जो उपलब्ध कराता है बिल (इन्वॉयस), आपूर्ति (डिलीवरी) और संग्रह का समाधान और सुरक्षित धन हस्तांतरण, सभी बैंकिंग जरूरतों और निवेश सलाह के लिए समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर, टैक्स, नियामक और अनुपालन संबंधी मुद्दों के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट की सिफारिश, सभी विदेशी व्यापार और प्रेषण यानी विदेश से भुगतान पाने की सेवाओं के लिए नियामक दिशानिर्देशों एवं विशेष विनिमय दर को लेकर संपूर्ण समर्थन,स्मार्टबाय पर 3.2 करोड़ से अधिक एचडीएफसी बैंक उपभोक्ताओँ के लिए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका शामिल हैं। 

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में आयोजित किये गये एक कार्यक्रम में एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड – शाखा बैंकिंग नवीन पुरी और निदेशक – जोन स्टार्टअप इंडिया अजय रामासुब्रमण्यम ने  स्मिता भगत, शाखा बैंकिंग प्रमुख – उत्तर एवं पश्चिम और सह-प्रमुख – ई-कॉमर्स, और पराग राव, कंट्री हेड – कार्ड भुगतान उत्पाद, मर्चेंट एक्वायरिंग सर्विसेज एवं मार्केटिंग, एचडीएफसी बैंक के साथ मिल कर स्टार्ट-अप्स का शुभारंभ किया।