लखनऊ। सपा सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश की स्थिति बद से बदतर हो गयी है यह अरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अनुभवहीन और लक्ष्यहीन होने के कारण प्रदेश को पीछे धकेलने का काम किया है। पूरे वर्ष घोषणाओं पर घोषणाएं करते रहे लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो सका। वर्तमान सपा सरकार में किसानों के हालात पर बात की जाय तो किसानों को सिर्फ मायूसी के अलावा और कुछ हाथ नहीं लगा किसानों की एक के बाद एक लगातार तीन फसले दैवीय आपदा के प्रकोप से बर्बाद होती रही है और चौथी बर्बाद होने के कगार पर है परन्तु सरकार ने हाथ पर हाथ रखकर सिर्फ तमाषा देखने काम किया है। और गन्ना किसानों की बात की जाय तो मिल मलिकों और सरकार के बीच पिसता रहा उनके हाथ की कठपुतली बनके रह गया। एक तरफ जहां मिल मालिक गन्ना किसानों की मोटी रकम दबायें बैठे रहे वही सरकार ने भी मिल मालिकों को ब्याज माफ करके राहत पहुंचाने काम किया है। गन्ना समर्थन मूल्य में तीन वर्षो में एक पाई तक नहीं बढ़ाई और गेहूं पर बोनस देने का वादा भी पूरा नहीं किया। 

श्री चौहान ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुददे पर सरकार की खूब किरकरी हुयी, प्रदेश  मंे आयेदिन महिलाओं के साथ दरिंदगों ने हैवानियत का नंगानाच किया लेकिन प्रषासन मूक बाधिर बना बैठा रहा और सूबे के मुखिया उन पर शिकजा कसने के बजाय सिर्फ अधिकारियों को ताश के पत्तों की तरह फेटते नजर आये। कानून व्यवस्था से लेकर लोकायुक्त प्रकरण हो, दुर्गाशक्ति नागपाल या फिर यादव सिंह के भ्रष्टाचार प्रकरण में भी सरकार को न्यायालय ने खूब फटकार लगाई लेकिन सरकार ने अपनी बेशर्मी नहीं छोड़ी और अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का काम किया। युवाओं और बेरोजगारो को ठगने के लिए सरकार ने सरकारी नौकरी के लिए बनाये चारों आयोगों में जमकर भर्ती घोटाला किया फलस्वरूप नौजवान सरकार और कोर्ट के बीच में फंस गया और मेधावी छात्रों को नौकरियों से वंचित होना पड़ा। सरकार की बेरोजगारी भत्ता, लैपटाप वितरण, कन्या विद्याधन योजना, गरीबों में कम्बल वितरण जैसी योजनाओं के लिए आवंटित धन भ्रष्टाचारियों ने मिलकर डकार लिया। सरकार ने अपने निजी स्वार्थ के लिए खूब महोत्वस और आयोजन करके जनता की गाढ़ी कमाई का जमकर दुरूपयोग किया है।