महिला और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के खिलाफ 16 मार्च को ‘जन विकल्प मार्च’

लखनऊ: सूबे में बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, दलित, महिला और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के खिलाफ आगामी 16 मार्च को होने वाले जन विकल्प मार्च के एजेण्डे को आम जन तक पहुंचाने के लिए रिहाई मंच व इंसाफ अभियान ने प्रतापगढ़, गोण्डा में मेजापुर, कानपुर, बांदा, चित्रकूट, बलिया में विशुनीपुर, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, केराकत, सुल्तानपुर में बैठकें व नुक्कड़ सभाएं की। मंच ने लखनऊ में इंदिरानगर में गाजीपुर गांव में व कसाई बाड़ा में नुक्कड़ सभाएं की। 

इंदिरा नगर में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए इंसाफ अभियान नेता गुंजन सिंह ने कहा कि काकोरी में कक्षा सात की लड़की के साथ लगातार सामूहिक बलात्कार के बाद उसे जिस तरह से आत्मदाह पर विवश होना पड़ा या फिर मुख्यमंत्री आवास के पास स्कूली छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या जैसी घटनाएं साफ करती है कि जब सूबे की राजधानी का यह हाल है तो दूर-दराज के जिलों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि जब सूबे की सपा सरकार के संरक्षण में बलात्कारी खुले घूम रहे हैं और थाने खुद अपराध का केन्द्र हो गए हों तो जनता को सड़क पर उतरना ही होगा। आगामी 16 मार्च को रिफाह ए आम से निकलने वाले ‘जन विकल्प मार्च’ से सपा सरकार की नाइंसाफियों के खिलाफ आवाज बुलंद होगी।

प्रतापगढ़ में रिहाई मंच नेता शम्स तबरेज द्वारा आयोजित बैठक के वक्ताओं ने कहा कि मुलायम सिंह ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन उसमें यह सरकार विफल रही। बैठक को संबोधित करते हुए रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि जिस तरह से भाजपा के एजेण्डे को ही सपा आगे बढ़ाते हुए मुस्लिम समुदाय से जुड़े संस्थानों को कमजोर कर रही है वह संघ के एजेण्डे के तहत हो रहा है। पिछले दिनों जिस तरह से सपा ने शिब्ली एकेडमी को पांच लाख रुपए दिए गए अगर उसे सपा भूल बता रही है तो उसे बताना चाहिए की उर्दू, अरबी और फारसी विश्वविद्यालय से इन तीनों भाषाओं की अनिवार्यता और आरटीआई से उर्दू भाषा में लिए आवेदनों को बाहर क्यों किया गया। राजीव यादव ने कहा कि सपा सरकार में आरटीआई से सवाल पूछना भी अब जोखिम भरा होने लगा है क्योंकि सूचना आयुक्त तक अब आवेदनकर्ताओं पर खुद हमले करने लगे हैं जिसका ताजा उदाहरण आरटीआई एक्टिविस्ट तनवीर अहमद सिद्दीकी पर पिछले दिनों हुआ हमला है। बैठक में वसीम अहमद, मोहम्मद शाहिद, एडवोकेट मोहम्मद फरीद, एडवोकेट सलीम, मुख्तार, मोहम्मद जब्बार, हाजी महबूब खान, एडवोकेट परवेज खान, एडवोकेट मोहम्मद रमजान, मोहम्मद इजराईल, गुफरान, साजिद, वसीउद्दीन फारूकी और कलीम खान आदि मौजूद रहे।

कानपुर में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद सुलेमान के आवास पर आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से देश में अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों पर सत्ता संरक्षण में हमले हो रहे हैं उसका राजनीतिक जवाब देना वक्त की जरुरत है। बैठक में रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने कहा कि रिहाई मंच की जरुरत नाइंसाफी के खिलाफ इंसाफ की अवाज को बुलंद करने के लिए हुई थी। रिहाई मंच देश में चल रहे सभी जन पक्षधर आंदोलनों के साथ हर वक्त हम कदम रहा है। उन्होंने आगामी 16 मार्च को होने वाले जन विकल्प मार्च को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में रिफाह ए आम लखनऊ पहुंचने की अपील की। 

रिहाई मंच प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिल यादव ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम बताया कि 16 मार्च को होने वाले ‘जन विकल्प मार्च’ के एजेण्डे को जनता तक पहुंचाने के लिए सूबे के विभिन्न जिलों में बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। बलिया के बिशुनीपुर में अहमद कमाल व मंजूर आलम द्वारा आयोजित बैठक में दूर-दराज के इलाकों में शिक्षा-चिकित्सा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर मौजूदा सरकार कि विफलताओं पर बात आई। वहीं गोण्डा के मेजापुर में रफीउद्दीन और अब्दुल हादी द्वारा आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रोजगार के नाम पर छात्रों-नौजवानों के साथ सरकारें जिस तरह वादा खिलाफी कर रही हैं ऐसे में छात्रों-नौजवानों को एक नए जन विकल्प को खड़ा करना होगा। बैठक में अनवार, आरिफ खान, अरशद आदि मौजूद रहे।